
ग्राम थनौद से होकर गुजर रही भारतमाला सड़क के विरुद्ध आंदोलन का आगाज ग्रामीणों ने कर दिया है. इस बीच पुलिस बल की मौके पर तैनाती की गई है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र को बचाने के लिए शासन प्रशासन से निवेदन के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका है, जिसके कारण ग्रामीण धरने पर बैठे हैं.
कॉलम सिस्टम से पुल बनाने की मांग कर रहे है ग्रामीण
धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने वाले अधिकारियों ने क्षेत्र की वस्तुस्थिति को बिना सोचे समझे प्राक्कलन तैयार कर सीधा रोड निर्माण कर किसानों को क्षति पहुंचायी है, जहां आवश्यकता थी वहां जरूरत के हिसाब से प्राक्कलन होना था लेकिन किसानों के बारे में अधिकारियों ने तनिक भी नहीं सोचा , किसानों ने प्रारंभ से ही रोड निर्माण का विरोध किया है, जिसके कारण तकलीफ बढ़ गई.
NHAI के अधिकारियों ने क्रॉसिंग पुल के हाइट को भी छोटा कर दिया, ठेकेदार [निर्माण एजेंसी] NHAI के दिशा निर्देशों और प्राक्कलन का इंतजार कर रही है.
अब देखना होगा कि ये अनिश्चितकालीन आंदोलन आखिर कब तक चलेगा.