दुर्ग जिले के रिसाली नगर निगम से एक बड़ी खबर सामने आ रही है विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अभी खबर मिली है कि महापौर शशि सिन्हा ने मेयर इन काउंसिल से चार सदस्यों को हटाकर नए सदस्यों को शामिल कर लिया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब महापौर का विरोध फिलहाल 18 से 19 पार्षदों ने किया था विगत दिवस प्रमुख समाचार पत्र के खबर के मुताबिक 7 एम आई सी सदस्य महापौर शशि सिन्हा के खिलाफ लामबंद हो गए थे जिसकी वजह से यह फैसला लिया गया है। खबर के मुताबिक महापौर हटाने के लिए पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू तक पहुंचे थे लेकिन आपको बता दें कि ऐसी कोई प्रक्रिया नहीं है कि महापौर हटाकर दूसरा बनाया जाए उसके लिए अविश्वास प्रस्ताव ही लाया जा सकता है ऐसे समय में यह निर्णय बेहद अहम है।
40 पार्षदों वाले निगम में 15 सदस्य भाजपा खेमे में है तो वहीं 24 सदस्य कांग्रेस में हैं एक सदस्य का निधन हो चुका है ऐसे में 18 – 19 पार्षदों का महापौर का विरोध करना 4 एमआईसी सदस्य को भारी पड़ गया है। हमारे विश्वसनीय सूत्र के मुताबिक अनूप डे पीडब्ल्यूडी प्रभारी थे उन्हें हटाकर जहीर अब्बास को यह दायित्व सौंपा गया है, जल कार्य, विधि विधाई प्रभारी का दायित्व संभाल रहे चंद्रभान ठाकुर को हटाकर अनिल देशमुख , स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संभाल रहे गोविंद चतुर्वेदी को हटाकर संजू नेताम, वहीं खाद्य नागरिक आपूर्ति संभाल रही सोनिया देवांगन के स्थान पर ममता यादव को जगह दिया गया है। ढाई साल से ज्यादा समय बीतने के बाद मेयर इन काउंसिल में बड़ा उलटफेर पहली बार हुआ है इससे पहले विलास बोरकर, और ईश्वरी साहू को पूर्व में भी हटाया जा चुका है उनके स्थान पर क्रमशः चंद्र प्रकाश निगम और सीमा साहू को भी एम आई सी में शामिल किया गया। तो इस प्रकार से अब तक कुल 6 एमआईसी सदस्यों को बदल दिया गया है महापौर का विरोध नहीं करने वालों में सनीर साहू थे उन्हें यथास्थान रखा गया है वहीं परमेश्वर कुमार को भी यथावत शामिल रखा गया है।
इस डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा सकता है बहरहाल महापौर शशि सिन्हा की मुश्किलें बहुत हद तक कम होने की संभावना है लेकिन यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा फिलहाल एम आई सी में बदलाव को हरी झंडी आलाकमान से भी मिल गई है।