खबर की हेडिंग देखकर आपको लग सकता है कि ललित चंद्राकर को किसने हरा दिया तो चौकिए मत इस खबर पर गौर डालिए।

वैसे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई उलटफेर देखने को मिले जिला पंचायत चुनाव के कुछ परिणाम बेहद ही अप्रत्याशित रहे। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से प्रिया साहू ने भाजपा और ललित चंद्राकर के पसंद के उम्मीदवार बीना महतेल को ही नहीं बल्कि कांग्रेस के अधिकृत और सीटिंग सदस्य लक्ष्मी साहू को न सिर्फ हराया बल्कि विधायक ललित चंद्राकर को भी दांतों तले उंगली दबाने मजबूर कर दिया।
प्रिया साहू 2020 में जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुकी हैं जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। जानकारी के मुताबिक उन्हें उस समय लगभग साढ़े चार हजार मत मिले थे।
इस बार उन्हें 12784 वोट मिले हैं। जबकि बीना महतेल को 10350 वोट मिले वही लक्ष्मी साहू को मात्र 8504 वोट मिले हैं।
सुश्री प्रिया साहू पेशे से एडवोकेट भी हैं। इस बार उन्होंने जनपद सदस्य का भी फॉर्म भरा था जिला पंचायत चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने जनपद से नाम वापस ले लिया। प्रिया साहू भाजपा की कार्यकर्ता बताई जाती है लेकिन उन्हें संगठन ने जनपद और जिला पंचायत में किसी एक में भी अधिकृत करना जरूरी नहीं समझा उसके बावजूद क्षेत्र की जनता ने उन्हें हाथों-हाथ लिया, और जनता ने वोटो के समर्थन, आशीर्वाद से नवाजा और रिकॉर्ड जीत दिला दी ।

आपको बता दें कि 12 जिला पंचायत सदस्यों में से एकमात्र निर्दलीय जीत कर आने वाली प्रत्याशी है। प्राप्त जानकारी अनुसार वे इस चुनाव में सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य हैं। उन्हें उपाध्यक्ष के पद से नवाजा भी जा सकता है। ऐसी चर्चा है अहिवारा विधायक कोर्सेवाड़ा उनके निवास पहुंचकर बधाई के साथ- साथ जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सरस्वती बंजारे के लिए समर्थन भी मांगा है। सुश्री साहू ने क्षेत्र में आभार यात्रा निकालकर मतदाताओं को धन्यवाद ज्ञापित भी किया है।
