बीते 13 अक्टूबर को बेमेतरा के चेचानमेटा (बिरनपुर) में हुए दशहरा कार्यक्रम के दौरान हुए एक कथित मारपीट की घटना ने छत्तीसगढ़ में सियासी बवाल मचा दिया आपको बता दें कि आदिवासी समाज ने मामले पर संज्ञान लिया है और ज्ञापन सौंपा है। खबर है कि चेचानमेंटा बिरनपुर के निवासी गोविंद मंडावी के पुत्र मनीष मंडावी पर विधायक ईश्वर साहू के पुत्र कृष्णा साहू द्वारा मारपीट किए जाने और जाति सूचक गाली देने का आरोप लगा है। आदिवासी समाज का आरोप है कि मनीष मंडावी नामक युवक को जान से मारने की धमकी विधायक के पुत्र ने दी है।
इस मामले पर पुलिस प्रशासन पर आरोप है कि 14 अक्टूबर को सुबह जब पीड़ित पक्ष FIR दर्ज करना चाहता था तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया। आप यह है कि विधायक ईश्वर साहू के दबाव के कारण FIR दर्ज नहीं किया गया है।कार्रवाई नहीं किए जाने पर आदिवासी समाज ने उग्र आंदोलन के बाद भी कही है।
इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है और लिखा है कि क्या मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आदिवासी समाज को न्याय दिलाने में तक सक्षम नहीं है।
क्या ‘अराजक’ गृह मंत्री अब मुख्यमंत्री से बड़ा हो गया है।
बहरहाल मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाया है। भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था के नियंत्रण पर सवालिया निशान उठने लगे हैं लगातार हो रही घटनाएं चिंता का सबब बना हुआ है।