चुनाव नजदीक आते ही गुटबाजी अब खुलकर सामने आ रही है. टिकट के दावेदार अब टिकट पाने के लिए सारे दांव-पेंच लगा रहे हैं. चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ही पार्टी में इन दिनों टिकट के दावेदार अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. यहां तक की अपनी ही पार्टी के नेताओ के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं. जिसको देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार का चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के प्रत्याशियों के लिए आसान नहीं होगा. पार्टी के ही नेताओं की गुटबाजी और विरोध से निपटने के लिए पार्टियों को काफी पापड़ बेलने पड़ सकते हैं.
सक्ती विधानसभा में भी गुटबाजी देखने को मिल रही है. कांग्रेस पार्टी से दावेदारी कर रहे डॉ. चरणदास महंत, मनहरण राठौर और धर्मेंद्र सिंह अपने-अपने समर्थकों के साथ अलग-थलग जनसंपर्क अभियान में लगे हुए हैं. साथ ही टिकट के लिए अपनी पूरी ताकत लगाए हुए हैं. यहां तक कि अपने समर्थकों के साथ रैली निकाल कर अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं. वहीं अब सक्ती विधानसभा में भाजपा की गुटबाजी भी खुलकर सामने आ रही है. कुछ दिन पहले संभावित प्रत्याशियों के नाम आने पर अब टिकट के दावेदार अपनी ही पार्टी के नेता के खिलाफ बगावत पर उतर चुके हैं. हाई कमान के पास अपनी शिकायते लेकर पहुंच रहे हैं.
चंद्रपुर में भी अंदरूनी घमासान
चंद्रपुर विधानसभा में भाजपा के अंदर घमासान मचा हुआ है. भाजपा नेत्री संयोगिता सिंह जूदेव जोर-शोर से चुनाव की तैयारी में लगी हुई है. लेकिन यहां भी पार्टी के कुछ नेता करीब एक महीने पहले रायपुर में हाई कमान के पास नए चेहरे को टिकट देने की मांग लेकर पहुंचे थे. जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि चंद्रपुर में भी भाजपा के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. वहीं बात करे कांग्रेस की तो हाल ही में चंद्रपुर विधायक का नोटो के बंडल के साथ वाला एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, क्षेत्र के कुछ राजनीतिक खिलाड़ियों का कहना है कि ये वीडियो चंद्रपुर विधायक के किसी करीबी के द्वारा ही बनाया गया था. जो नहीं चाहता कि इस बार राम कुमार यादव को पार्टी टिकट दे. वहीं इस मुद्दे को भाजपा ने खूब भुनाया था. चुनाव के ठीक पहले हाल ही में क्षेत्र की लोकप्रिय नेत्री गीतांजलि पटेल ने भी जोगी कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है. जिसके बाद अब चंद्रपुर विधानसभा से भी कांग्रेस दावेदारों में एक और नाम शामिल हो चुका है.
जैजैपुर में अंतर्कलह से जूझ रही दोनों पार्टी
जैजैपुर विधानसभा में भी टिकट के लिए अंतर्कलह मची हुई है. कुछ दिन पहले भाजपा के संभावित प्रत्याशियों के नाम सामने आने के बाद इस विधानसभा में भी अंदरूनी घमासान खुलकर सामने आ चुका है. पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा को जैजैपुर से प्रत्याशी बनाए जाने की खबर से जैजैपुर विधानसभा के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का विरोध सामने आया है. क्षेत्र के कई नेता इसका विरोध करते हुए भाजपा हाई कमान से स्थानीय नेता को ही प्रत्याशी बनाने की मांग करने लगे हैं. वहीं जैजैपुर विधानसभा से कांग्रेस के दावेदारों की भी लिस्ट काफी लंबी है. सभी अपने-अपने समर्थको के साथ अपना दमखन दिखाने में लगे हैं. हालांकि जैजैपुर विधानसभा में पिछले दो बार से बसपा के विधायक केशव चंद्रा ही जीत हासिल करते आए हैं. इसलिए इस विधानसभा से पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी प्रत्याशी के लिए काफी नुकसान दायक साबित हो सकती है.