खोमेंद्र @ अंडा

पूर्व मंत्री व 2013 से 18 तक दुर्ग ग्रामीण की विधायक रही रमशीला साहू बीते दिनों कोलिहापुरी ग्राम पंचायत में गौठान का निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने महिलाओं को लेकर कहा था कि समूह की महिलाएं मिट्टी हटाती रहती हैं गौठान में बाहर से कोचिया,दलाल ट्रैक्टर से लाकर गोबर पटक जाते हैं। जिस पर उद्योग एवं सहकारिता सभापति विक्की मिश्रा ने रमशिला साहू को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आखिर बताएं कि आप 5 साल महिला बाल विकास विभाग की मंत्री रही, आपने इस विभाग का नेतृत्व करते हुए अपने ही क्षेत्र के महिलाओं के लिए क्या कुछ किया अपना कोई निजी योगदान बताएं महिलाओं के उत्थान के लिए।
तब जाकर आप गौठान में महिलाओं को अपने झांसे में ले।
दरअसल में आपका परफॉर्मेंस क्षेत्र में खराब रहा जिसकी वजह से आपके ही पार्टी ने टिकट काट दी उसके बाद लगभग 54 महीने बाद आपको क्षेत्र की महिलाएं याद आई क्योंकि चुनाव का मौसम आ रहा है।
आज आपको अचानक कैसे होश आ गया छत्तीसगढ़ बीजेपी के अभियान का परिपालन करना है वह भी झूठ का सहारा लेकर। हमारे क्षेत्र में महिलाएं समृद्ध हो रही है इसका प्रमाण किसी को देने की आवश्यकता नहीं महिलाएं सी मार्ट से आत्मनिर्भर हो रही है। बिहान समूह में जुड़कर गौठान में महिलाएं स्वाभिमान से सर ऊंचा कर जीना सीख रही है उनके कार्यों का भुगतान भी होता है। दिक्कत आने पर प्रत्येक समस्याओं का समाधान करते हैं।
आप महिलाओं को बरगलाने का काम अपने ही चुनावी विधानसभा में तो मत करिए।
जब कोरोना महामारी का दौर था उस समय आप घर में सोई थी किसी का मदद करने के लिए सामने नहीं आए। पूरे प्रदेश सहित क्षेत्र में हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपना जान जोखिम में डालकर हर संभव मदद किया। शासन की प्रत्येक योजनाओं का घर- घर जाकर लाभ पहुंचाने का काम किया आप तो केंद्र शासन की भी योजनाएं लोगों तक नहीं पहुंचा पाए न किसी को जानकारी देने आए।
जनता से मिलिए महिलाओं से मिलिए कहीं कोई तकलीफ नहीं है लेकिन महिलाएं जो घर से बाहर निकल कर काम करने जा रही है आप हौसला नहीं बढ़ा सकते तो कम से कम उनके प्रति संवेदना तो रखिए, यहां की जनता समझदार हैं भाजपा के 15 सालों के विकास को देखी है अब कार्यकर्ता नहीं बचे भाजपा के पास। अपनी जमीन कहीं और तलाश करिए।
ईडी और सीबीआई जो अपनी गरिमा खो चुके संवैधानिक संस्थाएं हैं, के सहारे आप 2023 का चुनाव लड़ना चाहते हैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बदनाम करने की जो नाकाम कोशिश भारतीय जनता पार्टी द्वारा की जा रही है उसका मुंहतोड़ जवाब 2023 के विधानसभा चुनाव में मिलना है। फिर सरकार आएगी हमारी 80 से अधिक सीटों पर हम जीतेंगे तब भाजपा कार्यकर्ताओं को अपने नेताओं को ही टॉर्च लेकर खोजना पड़ जाएगा।
