रायपुर, 08 अक्टूबर । प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व रमन सरकार ने 138 साल पुरानी आबकारी नीति को बदलकर शराब का सरकारीकरण किया तब भाजपा की नेत्रियां मौन क्यों थी? रमन सरकार के दौरान गाँवो में विद्यालय बंद कर मदिरालय खोला गया था। गांवो के राशन दुकानों में राशन नही पहुँचता था लेकिन रमन की सरकारी शराब दुकान शराब की पेटियों से भरी रहती थी।शराब के गोरखधंधे में भाजपा के नेता कोचियागिरी करते थे। रमन सरकार के दौरान होटलों ढाबो हाइवे के किनारे अवैध शराब बेरोकटोक बिकता था, जिसे रमन सरकार का संरक्षण था। तत्कालीन गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने अवैध शराब पकड़ने गृहमंत्री स्काड बनाया था जिसे रमन सिंह ने दबाव पूर्वक बन्द करवाकर अवैध शराब बेचने वाले माफियाओं को संरक्षण दिया था।
प्रदेश प्रवक्ता ठाकुर ने कहा कि शराब बंदी पर घड़ियाली आंसू बहाने वाली भाजपा नेत्रियों को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि जब राज्य सरकार ने शराब बंदी के लिए कमेटी का गठन किया तो भाजपा के विधायक उस कमेटी में शामिल क्यों नहीं हुये? भाजपा शराबबंदी के लिए ईमानदारी से बात कर रही है तो केंद्र में उनकी सरकार है पूरे देश में शराबबंदी, नशाबंदी लागू क्यों नहीं करती है?
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा शराब बंदी के लिए तीन कमेटीया बनाई गई है राजनीतिक सामाजिक और प्रशासनिक इन कमेटियों का रिपोर्ट बता रही है की प्रदेश में नोटबंदी की तरह शराबबंदी करने से जनहानि होगी। प्रदेश में 100 से अधिक शराब दुकान बंद किया जा चुका है शराब तस्करी करने वाले लोगों के गिरफ्तारी हुई है भाजपा के कई नेता शराब तस्करी करते पकड़े गए हैं। रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति शराब की खपत के मामले में गोवा के बाद देश में दूसरे नंबर पर था आज 18वां नंबर पर है। शराब बंदी के लिए गठित कमेटियों के सिफारिश पर जन जागरूकता के माध्यम से शराब बंदी की दिशा में काम करना चाहिए।