रायपुर। आज राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राज्य के खिलाड़ी सड़कों की लड़ाई लड़ेंगे. खिलाड़ियों को भाजयुमो का समर्थन मिला है. “रायपुर चलो“ नारे के साथ खिलाड़ी प्रदर्शन आज राजधानी रायपुर के मरीन ड्राइव में एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे. खिलाड़ी पिछले 4 वर्षों से लंबित मांगों को लेकर खेल मंत्री के निवास का घेराव करेंगे. वहीं खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
कश्यप ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस कार्यालय का बाँटा हुआ प्रमाण पत्र खिलाड़ियों को भविष्य में उपयोग में आयेगा? कश्यप ने कहा कि भाजपा शासनकाल में प्रदेश के होनहार खिलाड़ियों को प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष खेल अलंकरण समारोह रखा जाता था जिसमें खिलाड़ियों को प्रदान किए जाने वाला प्रमाण पत्र और प्रोतसाहन राशि खिलाड़ियों के भविष्य के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होती थी.
केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश की तानाशाह भूपेश सरकार खिलाड़ियों तथा शहीदों के नाम को अपमानित करने का कार्य कर रही हैं. आज पूरे प्रदेश के खिलाड़ी सड़क पर उतरकर प्रदेश सरकार के खिलाड़ी विरोधी नीति का विरोध कर रहे हैं. प्रदेश सरकार खेल के क्षेत्र में अब प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को भी अपमानित करने से बाज नहीं आ रही है. श्री कश्यप ने अफसोस जताते हुए कहा कि भूपेश सरकार की खिलाड़ी विरोधी नीति के कारण और खेल अलंकरण समारोह में उत्कृष्ट खिलाड़ी की घोषणा नहीं होने के कारण प्रदेश के अनेक होनहार खिलाड़ी आज रायपुर रेलवे स्टेशन पर चना-मूंगफल्ली बेचने को मजबूर हो गए हैं. प्रदेश के समस्त खिलाड़ी कांग्रेस सरकार की ओछी राजनीति को समझ चुके हैं और अब अपने हक की लड़ाई लड़ने सड़क पर उतर चुके हैं. छत्तीसगढ राज्य में पिछले 4 वर्षों से भूपेश सरकार की खेल विरोधी नीति से आज प्रदेश के खिलाड़ियों में सरकार के खिलाफ़ आक्रोश है.
उन्होंने पिछले सप्ताह 200 से ज्यादा पदक विजेता खिलाड़ियों द्वारा खेल अलंकरण समारोह के आयोजन, उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषणा, उत्कृष्ट खिलाड़ी नियम में संशोधन, कोच की भर्ती, खेलो इंडिया के सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि समेत खेल से जुड़े अनेक मुद्दों को लेकर संचालक खेल विभाग को ज्ञापन सौंपे जाने, खेल मंत्री उमेश पटेल का निवास घेरे जाने और मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने का हवाला देकर कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों की न्यायोचित मांगें पूर्ण नहीं किए जाने के विरोध में कल 29 अगस्त राष्ट्रीय खेल दिवस पर तेलीबांधा तालाब (मरीन ड्राइव) से कलेक्ट्रेट परिसर तक भूपेश सरकार की खिलाड़ी विरोधी नीति के विरोध में खिलाड़ियों द्वारा काला दिवस मनाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने हक के लिए पूरे शासनकाल में हर वर्ग को सड़क पर उतरने के लिए मजबूर किया है. साथ ही आगाह किया कि प्रदेश सरकार अब खिलाड़ियों से तो ‘खेल’ करना बंद करे और आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने कर्मों के परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाए.