रिसाली नगर निगम में आज महापौर परिषद की बैठक होगी जिसमें करोड़ों रुपए के कार्यों की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली कि
बिना पार्षदों के सहमति और अनुशंसा से कई सारे कार्यों के प्राक्कलन बनाए गए हैं जिसमे बीजेपी पार्षद वाले वार्डों में अधिकतर कार्य होंगे। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि महापौर परिषद स्वीकृति कैसे देगा।
लेकिन जो राजनीति रिसाली निगम में हो रही है उससे शायद महापौर शशि सिन्हा अंजान है।
उक्त प्रस्तावो की प्रति कांग्रेस के पार्षदों के हाथ लग चुके हैं। जिसके बाद कई कांग्रेसी पार्षद अंदर अंदर नाराज चल रहे हैं।
फिलहाल कुछ देर में बैठक प्रारंभ हो जाएगा लेकिन यह प्रस्ताव पारित होता है तो कांग्रेस के लिए आत्मघाती जैसा कदम होगा। यहां बताना जरूरी होगा कि महापौर परिषद के सदस्यों के यहां ही काम नहीं होने हैं ऐसे में उक्त प्रस्ताव की स्वीकृति कैसे मिलेगी यह भी बड़ा सवाल है?
खबर है कि एस्टीमेट पर भी सवाल उठ रहा है आखिर यह प्रस्ताव कौन बनाया है!
सेक्टर एरिया में भी कई कार्य स्वीकृत कर दिए गए हैं उसकी एनओसी बीएसपी से मिलेगी या नहीं यह भी साफ नही है।
बहरहाल MIC परिषद के बैठक में आज प्रस्ताव के अनुमोदन कांग्रेस के लिए आत्मघाती कदम साबित होगा। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस महापौर परिषद की बैठक के बाद महापौर शशि सिन्हा की कुर्सी खतरे में आ जाएगी और बीजेपी इस मकसद में कामयाब हो सकती है।