मां अम्बे दुर्गोत्सव नवयुवक मंडल चिंगरी एवं गायत्री शक्तिपीठ स्टेशन रोड दुर्ग के तत्वाधान में नवरात्र के चतुर्थ दिवस में गर्भोत्सव संस्कार का आयोजन किया गया।
पिछले वर्ष भी यह आयोजन सम्पन्न हुआ था वहीं इस वर्ष आसपास के गांवों से भी गर्भवती महिलाएं यज्ञ में शामिल हुई। गायत्री परिवार के आचार्यों ने यज्ञ सम्पन्न कराया।
संस्कारवान बने आने वाली पीढ़ी: भुनेश्वर
गायत्री परिवार के सदस्य और दुर्गोत्सव समिति के संरक्षक भुनेश्वर साहू ने बताया कि आज के समय में जन्म पूर्व संस्कार महत्वपूर्ण है बच्चा संस्कारवान बनता है। आज की युवा पीढ़ी नशे के गर्त में जा रही है जिससे बचने की जरूरत है, इस संस्कार और यज्ञ का उद्देश्य है कि आने वाला बच्चा नकारात्मक सोच, कुपोषित एवं तनाव ग्रस्त न हो जबकि व्यवहार कुशल, संतुलित, सात्विक बने और युवा होकर हर क्षेत्र में सफल हो।
विदित हो कि संस्कार कार्यक्रम गर्भवती महिलाओ के लिए पूर्णतः निशुल्क आयोजित हुआ। सभी माताओं को उपहार, और पौष्टिक आहार भी वितरण किया गया।
शक्तिपीठ के आचार्यों ने जच्चा बच्चा के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
प्रोजेक्टर से आचार्यों ने समझाया
यज्ञ पूर्व शक्तिपीठ के आचार्यों ने प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया कि गर्भ में बच्चा सुनता है,खुश होता है, दुखी भी होता है, रोता है, तनाव में भी आता है इसलिए कैसे खान-पान होना चाहिए, किस तरह से गर्भस्थ शिशु का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में समझाया इसके लिए बकायदा प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया गया। गर्भवती महिलाओं ने इसे गंभीरता से सुना।
आसपास की गांवो से इस यज्ञ में
ग्राम कुथेरल से 8 और अछोटी से 10 गर्भवती महिलाओ सहित ग्राम चिंगरी के 15 गर्भवती महिलाएं शामिल हुई। 11 शिशुवती महिलाएं भी इस यज्ञ का हिस्सा बनी
इनका रहा सहयोग
गायत्री शक्तिपीठ के समस्त सदस्य गण सहित, मां अम्बे दुर्गोत्सव नवयुवक मण्डल के संरक्षक भुनेश्वर साहू सहित अध्यक्ष सालिक राम, उपाध्यक्ष लेखराम साहू (बंटी) सचिव खोमेंद्र , उपेंद्र देशमुख, जालेंद् देशमुख, साकेत पटेल, राहुल देशमुख, गुलाब, भूषण, वीरेंद्र देशमुख व अन्य ग्रामीण सहित सभी सदस्य अछोटी, कुथरेल, चिंगरी के मितानिन जनों का भी सराहनीय सहयोग रहा।