सोशल मीडिया को राजनीति में बेहद ही महत्व दी जाने लगी है 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से सोशल मीडिया का एक दौर आया है जिसमें एक दूसरे पर आरोप और समर्थन में लोग रील , मिम्स,शॉर्ट्स बनाते हैं शेयर करते हैं और समर्थन जुटाए जाने लगे हैं। आज पांचवें चरण का मतदान पूरे देश में हो रहा है।
एनडीए और इंडी गठबंधन एक दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं इस बीच तीसरे चरण में संपन्न हुए दुर्ग लोकसभा में मतदान के बाद क्या हाल है वह जानने, और बताने की कोशिश आज करेंगे।
सोशल मीडिया में क्या
आपको बता देते हैं कि दुर्ग लोकसभा के वर्तमान सांसद विजय बघेल के 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स फेसबुक पर मौजूद है तो वही राजेंद्र साहू ने मात्र 10000 के करीब फॉलोवर्स पूरे चुनाव के दौरान बना पाए। विजय बघेल पूर्व में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था उस दौरान भी उनके फॉलोअर्स बड़े थे। बड़ी गौर करने वाली बात यह है कि लोकसभा चुनाव में विजय बघेल के फॉलोअर्स में बढ़ोतरी नहीं देखी गई। तो वही अचानक कांग्रेस के प्रत्याशी बने राजेंद्र साहू के फेसबुक पेज में चुनाव के दौरान ही 10000 फॉलोअर्स बने।
सोशल मीडिया के ओपिनियन पोल, मिम्स,रील्स शॉर्ट्स के मामले में कांग्रेस के राजेंद्र साहू मौजूदा सांसद विजय बघेल पर भारी नजर आए। सोशल मीडिया के माध्यम से कई आरोप विजय बघेल पर लगे जिसके जवाब में बघेल ने कुछ नहीं कहा और पूरे चुनाव के दौरान उन्होंने मोदी के नाम पर वोट मांगा।
पूरे देश में इस बार इंडिया गठबंधन के पक्ष में सोशल मीडिया में भी माहौल है लेकिन जमीनी हकीकत क्या है यह 4 जून को ही पता चलेगा।
सबसे ज्यादा दौरा राजेंद्र साहू का विजय बघेल कई इलाकों में नही पहुंचे
पूरे चुनाव के दौरान राजेंद्र साहू ने जमकर चुनाव प्रचार किया हालांकि लोकसभा क्षेत्र बहुत वृहद होता है हर जगह पहुंच पाना किसी के लिए संभव नहीं है लेकिन राजेंद्र साहू ने क्षेत्र में भरपूर दौरा किया वे ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों में भी पहुंचे और जगह-जगह सभाएं रैलियां की। उनके पक्ष में स्टार प्रचारक के तौर पर भूपेश बघेल ही पहुंचे राष्ट्रीय स्तर का कोई बड़ा नेता नही आया ना कोई बड़ी सभा कांग्रेस ने आयोजित की।
तो वहीं विजय बघेल ने अपने समर्थन में तीन-तीन जगह पर बड़ी सभाएं और रैलियां की। प्रॉपर दुर्ग शहर में नामांकन के दिन को छोड़कर कोई बड़ी सभा नहीं हुई। प्राप्त जानकारी अनुसार सांसद विजय बघेल कई इलाकों में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे ही नहीं पूरे चुनाव के दौरान उन्होंने एक बड़े राजस्व ग्राम निकुम, अंडा का तो दौरा ही नहीं किया दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के कई गांव में पहुंचे ही नहीं उनके स्थान पर विधायक ललित चंद्राकर ने मोर्चा संभाला था। तो वही राजेंद्र साहू ने दुर्ग ग्रामीण में ताबड़तोड़ दौरा किया।
बेमेतरा जिले से राजेंद्र साहू को लीड तो वहीं दुर्ग जिले में विजय बघेल
ग्रामीण इलाकों में इस बार मतदाताओं का रुझान कांग्रेस की तरफ जरूर दिखा लेकिन यह कितना परिवर्तन वोट के तौर पर हो पाया है यह कह पाना मुश्किल है लोगों में चर्चाएं हैं की बेमेतरा जिला से साजा विधानसभा नवागढ़ और बेमेतरा विधानसभा में राजेंद्र साहू को अच्छी लीड की संभावना बताई जा रही है। तो वही दुर्ग लोकसभा के वैशाली नगर में विजय बघेल को अच्छी खासी बढ़त मिल रही है ऐसी चर्चा है। पाटन में इस बार कांटे की टक्कर देखी गई है तो वही दुर्ग ग्रामीण, भिलाई नगर में लगभग बराबरी का मुकाबला है दुर्ग शहर में चुनाव के दिन मतदान केन्द्रों में कांग्रेसियों के हालात देखकर लोगों को लगा कि भाजपा यहां से लीड कर रही है। अहिवारा विधानसभा में भी बीजेपी बढ़त बना सकती है।
देश में हो रही है सत्ता परिवर्तन की बात
राजनीति और क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है कहीं भी कुछ भी हो सकता है देश में जहां सत्ता परिवर्तन और मोदी विरोधी लहर की चर्चाएं तेज है तो वहीं भाजपा अभी भी राम मंदिर, राष्ट्रवाद ,धारा 370 और मोदी के नाम पर आश्वस्त हैं।
बहरहाल यदि देश में सत्ता परिवर्तन होता है तो यहां भी कांग्रेस के जीतने की उम्मीद की जा सकती है लेकिन 4 जून के नतीजे में NDA को जीत मिलती है तो दुर्ग लोकसभा भाजपा के ही खाते में जाएगी यह मान लेना चाहिए और 4 जून तक मान लेने में कोई दिक्कत भी नहीं है। सूबे में परिवर्तन युक्त राजनीतिक संभावनाओं के लिए आम मतदाताओं को तैयार भी रहना चाहिए क्योंकि सत्ता परिवर्तित होता है व्यवस्था परिवर्तन नहीं होता।