जिले में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में सरपंच, पंच के साथ जनपद जिला सदस्यों के निर्वाचन की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। बात करते हैं आज भरदा,कोनारी और अछोटी, चिंगरी क्षेत्र का जहां इस बार महिला आरक्षण हुआ है। पिछले 20 सालों में यह पहली बार है कि जनपद सदस्य के लिए महिला वर्ग इस क्षेत्र का नेतृत्व करेंगी।
जाना पहचाना नाम और काम
क्षेत्र में अछोटी के दाऊ स्वर्गीय हरिनारायण दिल्लीवार, भरदा से स्वर्गीय दाऊ पुकेश्वर भारदीय जैसे महान पुरोधाओं ने इस क्षेत्र में विकास की नींव रखी क्षेत्र को मान सम्मान दिलाया। वर्तमान में भरदा से टिकेश्वरी देशमुख ने भी क्षेत्र में विकास के लिए बेहतर कदम उठाया और उस सम्मान को बरकरार रखने की कोशिश की। क्षेत्र से उन्हें कई मौके मिले और उस अनुरूप कार्य करने की कोशिश भी की। सांस्कृतिक क्षेत्र में भी उन्होंने बड़े कार्य किए। दाऊ स्वर्गीय पुकेश्वर भारदीय ने तो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद तक गए । तात्कालिक मध्यप्रदेश के मुख्यमत्री मोतीलाल वोरा के समय में वे किसी कैबिनेट मंत्री से कम का पावर नहीं रखते थे।स्वर्गीय दाऊ हरिनारायण दिल्लीवार भी इसी क्षेत्र से निर्वाचित हुए और जनपद अध्यक्ष बने।
योग्य और काबिल की तलाश
वह एक दौर था और अब एक दौर है जहां चुनाव में योग्य और काबिल प्रत्याशियों को हराने का दौर चल रहा है ताकि दलाल किस्म के लोगों का बोलबाला रहे। वैसे क्षेत्र में सड़क पानी बिजली की समुचित सुविधा तो है अगर मलाल यही है क्षेत्र के युवाओं को रोजगार नहीं मिल सका या कोई स्थाई उद्योग यहां पर स्थापित नहीं है हालांकि दुर्ग जिला मुख्यालय करीब होने से लोगों को सीधे यही रोजी रोटी के लिए आना जाना होता है। क्षेत्र की जनता वैसे अब ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रही है जो समय में काम आए, वक्त पर फोन उठाएं और क्षेत्र के मुद्दे को भी प्रखरता से सदन में रख सके और क्षेत्र का मान सम्मान बना कर रखे।
बहरहाल चुनावी मैदान में अभी तक किसी व्यक्ति ने क्षेत्र क्रमांक 13 से नामांकन नहीं डाला है। लेकिन अदद नेतृत्व की तलाश जारी है।