Durg। जिला पंचायत अध्यक्ष के आरक्षण के बाद चुनावी सुगबुगाहट तेज हो गई है। दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जाति महिला वर्ग से सुशोभित होगी । वर्तमान जिला पंचायत सदस्य आकाश कुर्रे का क्षेत्र अनुसूचित जाति महिला हो गया है लगभग वही से अध्यक्ष बनने के आसार हैं लेकिन फिर भी अनारक्षित सीट से अनुसूचित जाति वर्ग के सशक्त महिला दावेदार राजनीतिक पार्टियों द्वारा खंगाला जा रहा है।
क्षेत्र क्रमांक 4 (अहिवारा विधानसभा) हॉट सीट हो सकती है और प्रबल संभावना है कि इसी सीट से जीतकर आने वाली महिला जिला पंचायत अध्यक्ष होगी लेकिन अनारक्षित सीट से यदि कोई अनुसूचित जाति वर्ग से कोई महिला चुनाव जीते तब मामला रोचक हो सकता है।
क्षेत्र क्रमांक 7 से आशा मिश्रा कांग्रेस की प्रबल दावेदार
क्षेत्र क्रमांक 7 महिला अनारक्षित सीट हो चुका है जो दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत आता है यहां से माया बेलचंदन सिटिंग सदस्य है। पूर्व में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी है उनका जिला पंचायत में लंबा कार्यकाल रहा है। इस बार उनका नाम दुर्ग महापौर पद के लिए भी चल रहा है। लेकिन ग्रामीण राजनीतिक समझ के चलते शायद उनकी रुचि महापौर पद के लिए है या नहीं यह कहा नहीं जा सकता। पार्टी और संगठन आदेश इस स्थिति में महत्वपूर्ण हो जाता है। बहरहाल क्षेत्र क्रमांक 7 में भाजपा के पास माया बेलचंदन के अतिरिक्त कोई विकल्प दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन बीजेपी प्रयोगधर्मी पार्टी है कुछ भी कर सकती है। वहीं कांग्रेस से प्रबल दावेदार के रूप में आशा मिश्रा का नाम सामने आया है आशा मिश्रा जनपद पंचायत के उद्योग एवं सहकारिता सभापति विक्की ज्ञानेश्वर मिश्रा की पत्नी है। ज्ञानेश्वर मिश्रा का जनपद क्षेत्र अनारक्षित महिला हो गया है ठीक जिला पंचायत क्षेत्र भी उनके अनुकूल है जिसके कारण संभवत जिला पंचायत सदस्य में उतरने की तैयारी चल रही है। ज्ञानेश्वर मिश्रा तेजतर्रार नेता है। जिनका लाभ उनकी पत्नी को जरूर मिलेगा यह तय है। उनके समर्थक भी तैयारी में जुट गए हैं। वीडियो बनाकर एक पोस्ट भी डाला गया है ।
कांग्रेस पार्टी अधिकृत करती है या नहीं यह दूसरा विषय है। लेकिन उनका लगभग चुनाव लड़ना तय हो गया है। अधिकृत रूप से पार्टी की घोषणा नहीं हुई है लेकिन सूबे में उनके चुनाव लड़ने की खूब चर्चा है। उन्हें खूब बधाईयां मिल रही हैं।