त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण लॉटरी पद्धति से होने के बाद चुनाव लड़ने वाले नेता सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष की भी घोषणा हुई है जिसके चलते बीजेपी खेमे के कार्यकर्ता इसी बहाने पंचायत चुनाव के लड़ने की मंशा को भी अपने जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक से लेकर विधायक के सामने भी रख रहे हैं।
फिलहाल भाजपा के दुर्ग ग्रामीण के नेता दिनेश देशमुख ने अपने पत्ते खोल दिए हैं अपनी पत्नी मेनका दिनेश देशमुख को सरपंच प्रत्याशी के तौर पर उतरने का आशीर्वाद विधायक ललित चंद्राकर और जिलाध्यक्ष कौशिक से प्राप्त कर लिया है। वे सीधे कल ही सपत्नीक विधायक निवास पहुंच गए थे। दिनेश देशमुख बीजेपी के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं अभी किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष पद पर काम कर रहे हैं और थनौद के सरपंच प्रत्याशी के तौर में पहले भी उतार चुके है। पिछले चुनाव में बहुत ही कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन फिलहाल गांव में उनके मुफीद और अनुकूल वातावरण पूर्व ही निर्मित हो गया है।
अंडा में अमित चंद्राकर को मिलने लगी बधाई
ग्राम अंडा में उपसरपंच अमित चंद्राकर को अभी से सरपंच प्रत्याशी तय कर दिया गया है अमित चंद्राकर भाजपा नेता है और लगातार दो बार उपसरपंच रह चुके हैं इस बार अंडा पंचायत सामान्य (मुक्त) हो गया है। जिसमें कोई भी प्रत्याशी भाग ले सकता है। फिलहाल अंडा में सरपंच उमा देवी चंद्राकर का लड़ना उम्र की वजह से संभव नहीं दिखाई दे रहा है ऐसे में उनके पुत्र पुकेश चंद्राकर मैदान में होंगे या नहीं इस पर संशय है।
सरपंच पद अनारक्षित होने से यहां एक अनार और सौ बीमार वाली कहानी भी चरितार्थ हो रही है दावेदार तो कई है लेकिन समीकरण में फिट बैठेंगे या नहीं इसकी जगह-जगह चर्चाएं चल रही है।