
त्रि स्तरीय पंचायती राज के चुनाव खत्म होते ही छत्तीसगढ़ के कई गांव में तरह तरह के मामले पर कानाफूसी शुरू हो गई है। और गड़े मुर्दे सामने आ रहे हैं। ताजा जानकारी अनुसार हमारे विश्वसनीय सूत्रों ने खबर जुटाई है जहां जिले के एक पंचायत में सरपंच के सील का एक पंच और कंप्यूटर ऑपरेटर ने खूब दुरुपयोग किया और इसके बदले कभी राशनकार्ड में सुधार, बदलाव आदि करने सहित आय प्रमाण पत्र में ही नहीं उपयोग किया जबकि बैंकों से भी पैसे निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सूत्र बताते हैं कि हूबहू सरपंच की साइन किया जाता रहा।
सरपंच और सचिव के संयुक्त खाते से एक बार में ही 10 लाख रुपए तक निकाले गए और सरपंच को बाद में पता भी चला तो उस पंच के सामने नतमस्तक हो गए। यह भी जानकारी मिली कि जिन्होंने काम ही नहीं किया ऐसे ग्रामीणों के बैंक खाते में भी पैसे डाले गए। नल जल संधारण के नाम पर खूब पैसे उड़ाए जाने की जानकारी हाथ लगी है वहीं गांव में लोगों को पानी मिल नहीं रहा लेकिन नल जल संधारण के नाम पर लाखों रुपए फूंक दिए।
बहरहाल शासन के पैसों का बंदरबाट ही नहीं शासन से धोखाधड़ी की गई उसके बाद भी सरपंच, सचिव चुप्पी साधे रहे।
हमारे विश्वसनीय सूत्रों को मिली जानकारी अनुसार उक्त पंचायत में पिछले वर्ष लगभग 10 लाख रुपए से ज्यादा के बंदरबाट भवन निर्माण की हेरा फेरी में जगह और नाम बदलकर किए जाने की जानकारी सामने आई है।
सूत्रों ने जानकारी दी कि जल्द ही दस्तावेज हाथ लगते ही आर्थिक अपराध शाखा और प्रवर्तन निदेशालय तक शिकायत कर कार्यवाही किए जाने की बात सामने आ रही है।
