धारा न्यूज़ @ रायपुर
छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में 6 फीसदी बेरोजगारी दर के सरकार के दावे को दुनिया का सबसे बड़ा दोगलापन करार देते हुए कहा है कि झूठ बोलने और झूठे आंकड़े पेश करने में माहिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने यदि राज्य के 99.4 लोगों को रोजगार उपलब्ध करा दिया है तो 91 चपरासी पद के लिए इतिहास में पहली बार पीएससी के जरिये हो रही भर्ती प्रक्रिया में सवा दो लाख आवेदन कहां से आ गए? उन्होंने कहा कि सौ से भी कम भृत्य पदों की भर्ती में सवा दो लाख आवेदन पहुंच जाना साबित कर रहा है कि भूपेश बघेल सरकार झूठ की खेती कर रही है। इस सरकार के प्रोसेसिंग प्लांटों में झूठे आंकड़ों का उत्पादन हो रहा है। यह उत्पादन दुनिया के सारे कीर्तिमान ध्वस्त कर चुका है। भूपेश बघेल को इस उपलब्धि के लिए झूठेश की उपाधि से अलंकृत किया जाना चाहिए। कांग्रेस आलाकमान को अपने अनमोल रतन का सम्मान करना चाहिए। जो राहुल गांधी उन्हें खारिज कर चुकी अमेठी में कहते हैं कि उनके सपने छत्तीसगढ़ में साकार हो रहे हैं, हर जिले में फूड प्रोसेसिंग प्लांट बन गए हैं, बन रहे हैं तो राहुल गांधी का वह दावा भूपेश बघेल की झूठ लीला का सबसे बड़ा उदाहरण तो था ही, अब राहुल गांधी को यह समझ लेना चाहिए कि भूपेश बघेल सरकार फूड प्रोसेसिंग नहीं, झूठ प्रोसेसिंग प्लांट संचालित कर रही है। साय ने कहा कि भूपेश बघेल रेडियो पर झूठ परोसते हैं कि तीन साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी दे दी। जब भाजपा इस सफेद झूठ को चुनौती देती है तो कांग्रेस हास्यास्पद आंकड़े जारी करती है, जिनमें मनरेगा जैसी योजना के आंकड़े भी जोड़ देती है! अब 91 भृत्य पद के लिए सवा दो लाख आवेदनों का पहाड़ स्पष्ट कर रहा है कि भूपेश बघेल ने युवा पीढ़ी को गोबर संग्रह के अलावा कोई रोजगार नहीं दिया है। केंद्रीय एजेंसी को भूपेश बघेल सरकार के आंकड़ों की समीक्षा करके इस तथ्य की पड़ताल करनी चाहिए कि अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों ने छत्तीसगढ़ के युवाओं की हवा में ही बेरोजगारी कैसे दूर कर दी?