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कामधेनु विश्वविद्यालय में हुआ शिक्षक दिवस का आयोजन

गुलाब @ अंजोरा

दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एन.पी. दक्षिणकर के मुख्य आतिथ्य एवं अधिष्ठाता डॉ.एस.के. तिवारी की अध्यक्षता में महाविद्यालय अंतर्गत संचालित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा, दुर्ग में शिक्षक दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया । इस अवसर पर निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी.इंगोले, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ.संजय शाक्य, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.नीलू गुप्ता, निदेशक वन्य प्राणी संस्थान डॉ.एस.एल.अली, निदेशक पंचगव्य संस्थान डॉ.के.एम.कोले, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ.दिलीप चौधरी, समस्त प्राध्यापक/ विभागाध्यक्ष एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे। छात्र-छात्राओं द्वारा सभी शिक्षकों को पुष्पगुच्छ एवं श्रीफल देकर आदर सहित सम्मानित किया गया । अधिष्ठाता डॉ. एस.के. तिवारी ने कहा कि देश एवं छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है शिक्षक पथ प्रदर्शक होता है लक्ष्य प्राप्ति में मदद करता है। छात्र-छात्राएं अपने शिक्षकों एवं बड़ों का सम्मान करें, कठिन परिश्रम कर अपने तथा अपने परिवार के साथ साथ अपने शैक्षणिक संस्थान का नाम प्रदेश एवं देश स्तर में आगे बढ़ाएं। कुलपति डॉ.एन.पी.दक्षिणकर ने सभी प्राध्यापकों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि हमारी परंपरा में अध्ययनशीलता का बहुत महत्व है कोरोनावायरस महामारी के समय आनलाईन मोड में अध्यापन कार्य किया गया लेकिन ऑफलाइन मोड ही सर्वोत्तम पद्धति है। बच्चों के मन मस्तिष्क में तनाव ना रहे इसके लिए पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। शिक्षक विद्यार्थियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण कड़ी है संवाद के माध्यम से ज्ञान लंबे समय तक मन मस्तिष्क में विद्यमान रहता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर शिक्षक दिवस 5 सितंबर को आयोजित किया जाता है, उन्हें भारत रत्न की उपाधि से नवाजा गया था। हमें महान विभूतियों का संस्कार प्राप्त है और हमें अभिमान है उनके योगदान पर। विज्ञान की कसौटी पर खरा उतरना है। शिक्षक के आभामंडल का प्रभाव छात्रों पर पड़ता है शिक्षक व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि डेयरी, वेटनरी एवं फिशरीज के क्षेत्र में हमारे विद्यार्थियों की मांग बढ़ रही है शोधार्थी ऐसे शोध एवं शिक्षण का कार्य करें जिसकी सामाजिक उपयोगिता प्रतिपादित हो सके। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ.खान ने शेरो शायरी द्वारा तथा डॉ.मीनू दुबे ने एक प्यार का नगमा है गीत गायन कर समा बांध दिया। अध्ययनरत छात्र-छात्राओं द्वारा गायन, एकल एवं समूह नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। रिद्धिमा नेटी ने भरतनाट्यम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम एवं मंच का संचालन छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया।

 

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Author: dhaaranews

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