गुलाब @ धमधा
- दुर्ग से धमधा तक निकली जाति मुक्त भारत निर्माण यात्रा
- सामाजिक सद्भावना हेतु जाति मुक्त भारत निर्माण करने जन जागरण यात्रा
- बहिष्कृत और तिरस्कृत करने के बजाय संवाद स्थापित करें समाज के मुखिया- सुबोध देव
- *विधानसभा में सामाजिक बहिष्कार पर विधेयक लाकर पारित करने की संस्था ने की मांग*
जाति मुक्त समाज निर्माण के उद्देश्य को लेकर दुर्ग से धमधा तक कार में सवार होकर पंजीकृत एक मानव समाज सेवी संस्था छत्तीसगढ़ द्वारा दुर्ग जिला अध्यक्ष नितेश साहू के नेतृत्व में भव्य रूप में रविवार को दुर्ग के राजेंद्र पार्क चौक से पटेल चौक होते हुए धमधा तक सामाजिक सद्भावना हेतु जनजागरण रैली निकाली गई। एक मानव समाज के स्वयंसेवियों ने नारे लगाकर पोस्टर,तख्ती लेकर बस स्टैंड दुर्ग, जेवरा सिरसा, करंजा भिलाई, रवेलीडिह, बोड़ेगांव, नंदकट्ठी, कोडिया होते धमधा बस स्टैंड में पम्पलेट वितरण कर पैदल मार्च भी किया गया। संस्था के सदस्य विष्णु साहू ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक मानव समाज के रैली का धमधा बस स्टैंड में जोरदार स्वागत भी किया।इस दौरान लोगों से इस मुहिम से जुड़ने की अपील की गई व चर्चा की गई।
एक मानव समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुबोध देव ने विभिन्न जगह पर संबोधित करते हुए कहा कि जातिवादी मानसिकता मानव समाज के लिए घातक है इसके दुष्परिणाम भी मानव जीवन में देखे गए हैं। छुआछूत, भेदभाव को समाप्त करने सैकड़ों वर्षों से मुहिम चल रही है कई साधु-संतों ने अपना पूरा जीवन इसी को लेकर खपा दिया लेकिन आज भी वह खाई लगातार बढ़ती जा रही है। जिसे समाप्त करने की आवश्यकता है। दूसरी जातियों में विवाह करने पर बहिष्कृत कर देने जैसी कुप्रथा समाज में चली आ रही है इसे समाप्त करने की आवश्यकता है, सामाजिक बहिष्कार पर तत्काल प्रतिबंध लगने चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि बहिष्कृत और तिरस्कृत करने के बजाए संवाद स्थापित करना चाहिए, और यह जाति के मुखियाओं को भी सोचना होगा। गलत और सही की जो व्याख्या है उसे जनता तक पहुंचाना होगा।
जिला अध्यक्ष नितेश साहू ने सभी परिवारों का आभार प्रदर्शन किया।
इस मौके पर संस्था के कानूनी सलाहकार शिखर परगनिहा, जेएनयू की विशेष जाति पंचायत एवं सामाजिक बहिष्कार की शोधार्थी सृष्टि परगनिहा विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
समाज के पदाधिकारी नरेश महतो, बच्चन दास, कुशल उजाला, विष्णु साहू, मनीष नवरंगे, वी.राजेंद्र, मीडिया प्रभारी गुलाब,भावना साहू, जगदीश उजाला,सुजाता देव, गंगा श्री तोमर, पूर्णिमा यादव, पूनम सिलोटिया, कृष्णा चौधरी, योगेश पिस्दा, सोनू साहू, तारिणी साहू, संगीता सोनी, डॉली मण्डल, योगेश्वरी साहू, श्वेता सोनी, चित्र महतो, योगेंद्र वर्मा, पार्वती साहू सहित सैंकड़ों परिवार शामिल हुए।