गुलाब @ दुर्ग
- सब्जियों के कम दामों और मंडी में कमीशन के नाम पर लूट के खिलाफ फूटा किसानों का गुस्सा
- मंडी और जिला प्रशासन से हस्तक्षेप करने और किसानों को राहत प्रदान करने की मांग
टमाटर, बैंगन, बंधी, सहित सब्जियों के कम दामों से प्रभावित किसानों का गुस्सा मंडी और जिला प्रशासन पर फूटा, छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मंडी सचिव और कलेक्टर को पत्र सौंपा जिसमें सब्जी मंडियों में किसानों से 8% तक भारी कमीशन वसूलने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा गया है कि इसे नियंत्रित किया जाना चाहिए और किसी भी स्थिति में 2% से अधिक कमीशन की वसूली पर कड़ाई से रोक लगाया जाना चाहिए।
किसान संगठन ने सब्जी मंडियों के कारोबार के समय पर भी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है कि पूर्व में मंडी का कारोबार प्रात: 7 बजे शुरू होकर दोपहर 1-2 बजे तक चलता था जिसे कोरोना काल में किसानों को विश्वास में लिये बिना बदलकर प्रात: 5 बजे कर दिया गया है जो 10 बजे तक बंद कर दिया जाता है इससे अपने माल के साथ किसान स्वयं उपस्थित नहीं रह पाते जिसका खामियाजा कम भाव के रूप में भुगतना पड़ता है किसान संगठन ने सब्जी मंडियों में कारोबार पूर्व की भांति प्रात: 7 बजे से शुरू करने और 1 बजे तक चालू रखने की मांग की है,
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने अपने उत्पादन खुद बेचने के लिए मंडी में किसानों को दुकान आबंटित करने की मांग रखी है, प्रतिनिधि मंडल में राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा, मेघराज मढ़रिया, कल्याण सिंह ठाकुर, गाजल सिन्हा शामिल थे ।