रायपुर। भाजपा की ओर से 21 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा के साथ प्रदेश की राजनीति में हलचल मची हुई है. मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि भाजपा की सूची देखी है, उसमें अधिकांश लोग अंत तक नहीं टिकेंगे. टिकट वितरण महज एक औपचारिकता है. भाजपा ने हमेशा क्राइसिस को हाशिए में रखने का काम किया है. जिस दिन नाम की घोषणा होती है, लोगों के खर्चे बढ़ने लगते हैं.
मंत्री अमरजीत भगत ने इसके साथ ही कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची पर कहा कि जल्द ही आएगी, एक्सरसाइज चल रहा है. आवेदन मंगाए गए हैं, ब्लॉक से आएंगे. वहीं ‘परिवारवाद’ पर कहा कि बीजेपी केवल आरोप लगाती है, उसका पालन नहीं करती है. रमन सिंह ने अपने भांजे विक्रांत सिंह को टिकट दिलाया है, यह भी परिवारवाद की श्रेणी में आता है. मामा-भांजा एकसाथ लड़ेंगे तो वह भी परिवारवाद कहलाएगा.
भाजपा की डबल पॉलिसी
बीजेपी के ‘सभी प्रत्याशी जमीन से जुड़े हैं’ वाले बयान पर मंत्री भगत ने तंज कसते हुए कहा कि आपने आदिवासियों को आरक्षण नहीं दिया. रैली, प्रदर्शन, सीएम निवास घेराव का खूब दिखावा किया, लेकिन जब आरक्षण बिल पारित हुआ, तब सबके मुंह में ताले लग गए.
राज्यपाल किसके हैं, यह सब जानते हैं. बीजेपी की डबल पॉलिसी सब जानते हैं
बघेल vs बघेल पर कही बड़ी बात
- वहीं पाटन में भूपेश बघेल vs विजय बघेल पर अमरजीत भगत ने कहा कि बीजेपी में किसी को भी सूली में चढ़ा देने वाले लोग हैं. नंदकुमार साय जब मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, तब अजीत जोगी के सामने लड़वाकर राजनीतिक सफर समाप्त कर दिए. आज विजय बघेल को सीएम के सामने लड़वाकर उनका राजनीतिक एपिसोड क्लोज कर देंगे. ये बड़े माहिर लोग हैं. कब किसका राजनीतिक पत्ता काट देंगे, यह दिख रहा है. कभी ऐसी रणनीति नहीं बनती.