प्रदेश सरकार के राजीव गांधी युवा मितान क्लब योजना का ग्रामीण स्तर पर गठन को लगभग 1 साल से ज्यादा हो गया है। राजीव युवा मितान क्लब के तहत प्रत्येक पंचायत में युवा का चयन किया गया है। इन सभी गांव के समितियों का बैंक में खाता भी खुल गया है, लेकिन सरकार के कहे अनुसार अभी तक किसी भी समिति के खाते में पैसा नहीं आया है। नियमों के अनुसार प्रत्येक क्लब को प्रत्येक तीन माह में 25 हज़ार रुपए के मान से एक साल में रचनात्मक गतिविधियों के संचालन के लिये एक लाख रुपए दिये जाने थे।
लेकिन अहिवारा विधानसभा के 35 गांवों में 1 साल से ज्यादा गुजर जाने के बाद भी राजीव युवा मितान का एक भी किस्त नहीं आया है। अहिवारा विधानसभा के विधायक गुरु रुद्र कुमार छ.ग. शासन में केबिनेट मंत्री के पद पर अधिनस्थ है, लेकिन इसके बावजूद वो अपने विधानसभा के 35 गावों में राजीव युवा मितान का पैसा जारी नहीं करा पा रहें हैं। ग्राम पंचायत अंजोरा, ढाबा, भेड़सर, डंडेसरा, चिखली, जेवरा, सिरसा, भटगांव, कचंदूर, करंजा भिलाई, समोदा जैसे 35 अन्य गांव में अब तक प्रशासन के द्वारा एक भी किस्त जारी नहीं की गई है।
क्या कहा राजीव युवा मितान के सदस्यों ने
युवा मितान क्लब से जुड़े सदस्यों का कहना है कि इस योजना के प्रति युवाओं में नाराजगी दिखाई दे रही है । सरकार तो कहती है कि इस योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहर को संजोकर रखेंगे। लेकिन जब इस योजना का क्रियाव्यन ही ठीक तरीके से नहीं होगा तो यह सब काम कैसे होंगे। राजिव युवा मितान क्लब में पैसे ना आना प्रदेश सरकार की निष्क्रियता का उदाहरण है।
क्या है राजीव युवा मितान योजना
छत्तीसगढ़ शासन जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में राजीव गांधी युवा मितान क्लब का गठन किया है। इसका उद्देश्य राज्य की युवा प्रतिभाओं को तराशना, उन्हें संगठित करते हुए उपयुक्त मंच प्रदान करना तथा उनकी ऊर्जा का उपयोग नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में करना है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि युवा शक्ति, राज्य के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण पूंजी है। राज्य की युवा शक्ति को संगठित करने और उन्हें रचनात्मक कार्यों से जोड़ने का यह क्रांतिकारी कार्यक्रम है। युवाओं के माध्यम से छतीसगढ़ की संस्कृति, पर्यावरण, खेल को आगे बढ़ाने तथा जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने और लोगों को इसका लाभ दिलाने में मदद मिलेगी