छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जिलाध्यक्षों की नई लिस्ट फाइनल हो गई है। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत जारी इस प्रक्रिया में अब अंतिम चरण पूरा हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान ने कई जिलों में नए चेहरे सामने लाने का फैसला किया है, जिससे पुराने दावेदारों में हलचल बढ़ गई है।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली में राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में जिलाध्यक्षों के नामों पर मुहर लगाई गई। बैठक में महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बताया जा रहा है कि इस बार पार्टी ने युवाओं को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।
संगठन सूत्रों के मुताबिक, जिलाध्यक्षों के चयन में सर्वे रिपोर्ट को अहम आधार बनाया गया है। दिल्ली से आई स्पेशल टीम ने पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर जिलों में रिपोर्ट तैयार की थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर कई नए नामों को सूची में शामिल किया गया है। अब चयनित जिलाध्यक्षों की दिल्ली में ट्रेनिंग होगी और वे राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि नए जिलाध्यक्षों का हर छह महीने में मूल्यांकन किया जाएगा ताकि संगठन में सक्रियता बनी रहे। माना जा रहा है कि इस बार “उदयपुर फार्मूले” के तहत युवाओं को अधिक प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। प्रदेश के 41 संगठन जिलों में अधिकांश जिलाध्यक्ष बदले जाने की संभावना है।