गुलाब देशमुख @ दुर्ग


दुर्ग जिला पंचायत उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। सत्ता का सेमीफाइनल धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। कांग्रेस की ओर से अधिकृत प्रत्याशी लक्ष्मी साहू के प्रचार प्रसार में कैबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू व गुरु रूद्र कुमार कमान संभाले हुए हैं वही मंडल आयोग के आधा दर्जन से ज्यादा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महापौर, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से लेकर कांग्रेस संगठन के बड़े-बड़े नेता इस उपचुनाव में जोरशोर से लगे हुए हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी से अधिकृत प्रत्याशी दिव्या साहू जो कोटनी की पूर्व सरपंच रह चुकी है। भाजपा के संगठन में सक्रिय भूमिका में है, तो वहीं साहू समाज में भी सक्रिय रहने का बड़ा फायदा उन्हें मिल रहा है। जनता भी उन्हें हाथों हाथ ले रही है और क्षेत्र के मतदाता भी उन्हें जमकर सपोर्ट कर रहे हैं। इस बार इस क्षेत्र के मतदाता लोकसभा चुनाव की तरह शांत है। कई गांव के रिपोर्ट के मुताबिक दोनों कुछ जगह पर टक्कर की स्थिति है तो वही कई जगहों पर दिव्या साहू का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है। क्षेत्र क्रमांक 6 हॉट सीट के लिए जाना जाता है यहां पहले भी भारी-भरकम लोग नामांकन भरते थे चुनाव लड़ते थे लेकिन इस बार मात्र 2 प्रत्याशियों के बीच टक्कर हो रहा है। जिसका नुकसान सत्तापक्ष को होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
धारा न्यूज़ से चर्चा करते हुए बीजेपी अधिकृत दिव्या साहू ने कहा कि मुझे पूर्व में लोगों ने सरपंच बनाया था इस बार जिला पंचायत में लोगों व संगठन के नेताओं के आशीर्वाद से मौका मिला है।इस बार भी उन्हें खूब जनसमर्थन मिल रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दुर्ग में जनसभा के बाद से भाजपा के कार्यकर्ता व बड़े नेता जिनमे पूर्व मंत्री रमशिला साहू, जागेश्वर साहू, प्रितपाल बेलचंदन, महामंत्री ललित चंद्राकर, माया बेलचन्दन युद्ध स्तर में रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।
आपको बता दें कि क्षेत्र में श्रमिको, लघु कृषक की बड़ी तादात है दिव्या साहू लो प्रोफाइल के साथ मिलनसार व बेबाक महिला भी हैं जिसका उन्हें फायदा मिल रहा है।
उनके पति दिलीप साहू क्षेत्र में कॉर्क बॉल के पुराने क्रिकेटर रह चुके हैं जिसके चलते आसपास में लोग जानते हैं 40 से 60 वर्ष के लोगों में उनकी भी गहरी पैठ बताई जा रही है। दिव्या साहू को पूर्व में सरपंच रहने का फायदा भी मिल रहा है। चुनाव 27 जून को है अंतिम समय में इस चुनाव में उतार-चढ़ाव होने व अप्रत्याशित रिजल्ट की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

