गुलाब @ दुर्ग
भारी बारिश के बीच जलाशयों से पानी छोड़ने पर तांदुला शिवनाथ नदी पर बाढ़ के हालात बन गए हैं। नदी किनारे बसे गांव जिसमें आमटी,ऑलबरस, तिरगा, झोला खाड़ा, रुदा, भोथली और चंगोरी सहित अछोटी भरदा, पुलगांव पीसेगांव मे भी बाढ़ का पानी, घरों में घुसने लगा है, फसलों को नुकसान होने की भारी आशंका है। वही पशुओं के लिए चारा का संकट बढ़ गया है सहज मिल जाने वाला चारा भूसा पैरा पानी में बह गया है।
चंगोरी निवासी गुरविंद सिंह देशमुख के यहां तो 8 बोरी यूरिया, दो दो बोरी पोटाश और राखड़, जैविक खाद सहित आधा ट्राली लकड़ी, पशुओं के लिए रखा हुआ पैरा बाढ़ के पानी में बह गया है।
नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। जिसके चलते आवाजाही मेंं भी समस्या होने लगी है। विनायकपुर, भरदा निकुम मार्ग, बीरेेझर- खांडा पुल, पुलगांव अंजोरा मार्ग, दुर्ग से पुलगांव मार्ग में भी पानी भर गया है।
ग्राम तिरगा में आबादी पारा के लगभग 30 से अधिक घर पानी से डुबा हुआ है। ग्राम झोला शिवनाथ व खरखरा नदी बीच में बसा है दोनो तरफ पानी से पुरा गांव घिरा हुआ है । जिससे अन्य जगह पलायन करने में दिक्कत आ रही है। किसानों का फसल, क्षेत्र में सब्जी उत्पादक किसान भी है सब्जी का फसल लगातार पानी में डूबा हुआ है जिससे नुकसान का आकलन कर पाना अभी मुश्किल है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत तिरगा सरपंच घसिया राम देशमुख, भोथली सरपंच सुरेश साहु, झोला सरपंच धीरपाल देशलहरे, रुदा सरपंच हुल्ली बाई साहू, चंगोरी सरपंच गोमती निषाद व अन्य ने शासन व प्रशासन से उचित मदद कि गुहार लगाई है। बाढ़ से पीड़ित परिवारो को उचित मुआवजा की मांग किया गया।