Gulab Deshmukh @ Durg Rural
आज प्रमुख समाचार पत्र दैनिक भास्कर ने दुर्ग जिले का वोटिंग सर्वे दिखाया है जिसमें कांग्रेस और बीजेपी के पसंदीदा दावेदारों की सूची प्रकाशित की है उसमें वोटिंग और पसंद के नेता का ग्राफ दिखाया गया है।
वोटिंग सर्वे के आधार पर हम यह दावे के साथ कह सकते हैं कि जिले में कई नेताओं का कद पहले की अपेक्षा घटा है। वही जमीनी स्तर पर मेहनत करने वालों का कद भी बढ़ा है।
बात हम दुर्ग ग्रामीण विधानसभा की ही करेंगे जिले में हुए प्रमुख समाचार पत्र के पॉलीटिकल सर्वे ने इस बात पर मोहर लगा दिया है कि “कहां पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में”।
दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में कांग्रेस से हालांकि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का टिकट तय माना जा रहा है। लेकिन आज प्रमुख समाचार पत्र के सर्वे ने या कहें पोल खोली है। धारा न्यूज़ ने कुछ समय पहले दुर्ग ग्रामीण में किसका है जलवा दुर्ग ग्रामीण में नामक हैडलाइन से खबर बनाया था जिसमें एक वोटिंग पोल भी दिखाया था। उसमें भी 55% वोट जयंत देशमुख को मिलते दिखाई दिए थे। इस बार प्रमुख समाचार पत्र दैनिक भास्कर के हवाले से प्रकाशित खबर में इस बात पर मोहर लगा दिया है कि जयंत की दुर्ग ग्रामीण में कांग्रेस की पहली पसंद है। उन्हें क्षेत्र में 66% लोग पसंद कर रहे हैं। आज उनके कई कार्यकर्ताओं ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह पोस्ट भी डाला है। और लिख रहे हैं कि कहां पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में
दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में पिछले चुनाव को छोड़ दें तो जीत और हार में ज्यादा अंतर नहीं रहा है एक बार कांग्रेस से प्रतिमा चंद्राकर तो दूसरी बार बीजेपी की रमशिला साहू ने जीत हासिल की है लेकिन इसका अंतर मात्र 1500 से 3000 वोट से भी ज्यादा नहीं रहा है।
क्षेत्र में एंटी इनकंबेंसी के हालात को नकारा नहीं जा सकता इस बार मंत्री ताम्रध्वज साहू को टिकट मिलती है तो यह विधानसभा उनके लिए टेढ़ी खीर साबित होगी। खैर कांग्रेस में वही होना है जो पहले से होते आया है। और यह पार्टी का अपना मामला है। इस वोटिंग सर्वे में मजे की बात यह है जो गृहमंत्री के खास बने फिर रहे हैं वह भी वोटिंग में जयंत को स्थान दे रहे हैं, इस बात को नकारा नहीं जा सकता और आज प्रमुख और विश्वसनीय समाचार पत्र दैनिक भास्कर ने इसे प्रमाणित भी कर दिया है। तीसरे नंबर पर केशव बंटी हरमुख है जिन्हें मात्र 7% लोग पसंद कर रहे हैं वैसे भी उन्होंने कांग्रेस के सिस्टम के अंतर्गत फॉर्म नहीं भरा है उन्होंने अपना समर्थन ताम्रध्वज साहू को देने का फैसला किया है।
लेकिन इस सर्वे के बाद क्षेत्र में भूचाल आ गया है।
वैसे जो लोग कल तक धारा न्यूज़ में छपी खबरों को लोग हल्के में ले रहे थे उन्हें अब धारा न्यूज़ की खबर भी सही लगने लगी है।
अब देखना यह होगा की टिकट किसे मिलती है और मिल जाती है तो क्या वह प्रत्याशी बिना जयंत के समर्थकों के जीत आसान हो जाएगी कांग्रेस को इस पर मंथन करना जरूरी है। बहरहाल अन्य खबरों के लिए बने रहिए हमारे साथ।