गुलाब@ दुर्ग
- नान के गोदाम में 13 दिनों का गतिरोध समाप्त, ठेकेदार और श्रमिकों के बीच समझौता
- न किसी पुराने मजदूर को हटाया जायेगा और न नये मजदूरों को काम पर लगाया जायेगा
नये टेंडर के बाद नान के गोदाम में पीडीएस खाद्यान के लोडिंग अनलोडिंग को लेकर पिछले 13 दिनों से ठेकेदार और मजदूरों के बीच कायम गतिरोध आज एक आपसी समझौते के साथ ही समाप्त हो गया है,
आज दोपहर 2 बजे से नान के कार्यालय में मजदूरों और ठेकेदार के बीच समझौता वार्ता आयोजित किया गया लगभग 2 घंटे से अधिक चले वार्ता में दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बन गई के ठेकेदार किसी भी पुराने मजदूर को काम से नहीं हटायेगा और न ही किसी नये मजदूर को काम पर लगायेगा सब काम पुराने हिसाब से ही चलेगा, इस संबंध में लिखित समझौता भी सम्पन्न हो गया,
समझौता वार्ता में ठेकेदार गोविंदराज नायडू, उनके पार्टनर शिवम एवं बंटी, श्रमिकों की ओर से कामता जायसवाल, रोशन, देवलाल, राजेंद्र के अलावा पाटन डिपो के पप्पू और कौशल, कोड़िया डिपो के लक्षमण और देवेंद्र, करंजा डिपो से राजेश और परमेश्वर, बोरई डिपो से रोहित कुमार और अमरसिंग तथा धमधा डिपो से उमेंद्र यादव शामिल थे, नान के अधिकारी मोतीलाल सोनवानी और महेंद्र शुक्ला ने बैठक में मध्यस्थता का काम किया, उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों कलेक्टर की बैठक में आपसी सहमति नहीं बन पाई थी
समझौते के बाद संगठन के कार्यालय में मजदूरों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच के संयोजक राजकुमार गुप्त ने कहा कि समझौते को किसी के हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिये और पिछले दो सप्ताह में काम की जो क्षति हुई है उसे मिल जुलकर पूरा करने का प्रयास करना चाहिये इस अवसर पर युवा स्वाभिमान मंच के पूरन लाल साहू भी मौजूद थे ।
मजदूर कल से ही काम शुरू करना चाह रहे थे किंतु छुट्टियों के बाद मंगल से पीडीएस के खाद्यान्न के लोडिंग अनलोडिंग और परिवहन का काम सामान्य और सुचारू रूप से शुरू हो जायेगा ।