गुलाब @ पॉलिटिकल धारा
उतई नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव के लिए आज मतदान हुआ जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 8 मत पड़े वही 7 मत डिकेंद्र हिरवानी के पक्ष में गए। उन्हें केवल 6 वोटों की दरकार थी जो उन्हें मिल गई जिससे अभी उस पद पर बने रहेंगे। लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कांग्रेस के 11 पार्षद इस नगर पंचायत में ताजा जानकारी के अनुसार 4 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर दी है इस मामले को कई लोग विपक्ष की राजनीति बता रहे थे लेकिन वास्तविकता यह है कि कांग्रेस के पार्षद ही मजबूरी में अध्यक्ष को ढो रहे हैं।
और यह अविश्वास प्रस्ताव के बाद चुनाव का परिणाम इसका जीता जागता सबूत है। उतई नगर पंचायत के नेता प्रतिपक्ष योगेश ठाकुर ने कहा है कि नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेंद्र हिरवानी अपने ही पार्षदों का विश्वास खो चुके हैं, मंत्री के दबाव में कुछ पार्षदों ने समर्थन दे दिया नहीं तो इस पद पर नहीं रहते। वैसे नैतिकता के नाते उन्हें इस पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी व निर्दलीयों के सहयोग से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव में भले दो तिहाई बहुमत नहीं मिले लेकिन मानसिक रूप सेे जीत हासिल कर लिए हैं जो किसी सफलता से कम नहीं है।
बहरहाल इस मामले पर कांग्रेस के आलाकमान क्या फैसले लेते हैं वह देखने वाली बात होगी।