केला खाना किसे नहीं पसंद। ये एक ऐसा फल है जिसे हम व्रत में या फिर ब्रेकफास्ट में भी खाते हैं। लेकिन, कोई भी फल हो हर स्थिति में इसे खाना फायदेमंद नहीं है। जैसे कि अगर आप ज्यादा केला खा लें तो ये पेट को बांध सकता है। यानी जब आप ज्यादा केला खाएंगे तो होगा ये कि ये आपके पेट के पानी को सोख लेगा और फिर ये मेटाबोलिक रेट स्लो कर देगा। इसके बाद आपको कब्ज की समस्या हो सकती है और लंबे समय तक चल सकती है। इसी तरह कई ऐसी स्थितियां हैं जिनमें केला खाना नुकसानदेह हो सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में।
हाई ब्लड शुगर में
अगर आपको डायबिटीज की बीमारी है तो केला खाना आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। ये स्थिति और जटिल हो सकती है जब आपका शुगर कंट्रोल में नहीं रहता। ऐसे में केला खाना, तेजी से शुगर स्पाइक का कारण बनता है और डायबिटीज की समस्या को बढ़ाता है। इसलिए इस बीमारी में केला खाने से बचें।
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस की समस्या में केला खाना नुकसान का कारण बन सकता है। केला इस स्थिति में आपकी एलर्जी को बढ़ा सकता है और रिकवरी में देरी का कारण बन सकता है। इसलिए अगर आपको अस्थमा या फिर ब्रोंकाइटिस की समस्या है तो केला खाने से बचें। खासकर कि तब तक तो बिलकुल न खाएं जब कि आप पूरी तरह ठीक न हो जाएं।
खांसी होने पर
खांसी में केला खाना इस समस्या को तेजी से बढ़ा सकता है। दरअसल, केला बलगम बढ़ाता है और इसकी वजह से कंजेशन की समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा ये एलर्जी बढ़ा सकता है जिससे आपको सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। तो, खांसी की समस्या में केला खाने से बचें। इतना ही नहीं, शाम को केला खाने पर कुछ लोगों को खांसी भी हो सकती है।
माइग्रेन में
केला हिस्टामाइन रिलीज कर सकता है और कुछ ऐसे कंपाउंड्स को बढ़ावा दे सकता है जिससे आपको माइग्रेन की समस्या होने लगे। इसके अलावा केले में अमीनो एसिड टाइरोसिन पाया जाता जो कि बॉडी में पहुंचकर टायरामाइन में बदल जाता है। ऐसे में ये माइग्रेन को ट्रिगर करता है जिससे आप परेशान हो सकते हैं