धारा न्यूज़ @ कटघोरा
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कटघोरा से पतरापाली के बीच नेशनल हाइवे की फोरलेन सड़क का निर्माण चल रहा है, लेकिन पाली के आगे 12 किलोमीटर सड़क पूरी तरह उखड़ गई है। इससे लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाइवे से कनेक्टिंग सड़क का मरम्मत ही नहीं कराया गया है। मुनगाडीह में 19 दिन पहले मरम्मत को लेकर आंदोलन हुआ तो अफसरों ने एक सप्ताह का समय मांगा पर 2 सप्ताह बाद मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ दिया। नेशनल हाइवे की फोरलेन सड़क गांव, नगर के बाहर से गुजर रही है। 39.2 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण 860 करोड़ रुपए की लागत से कराया जा रहा है। सड़क निर्माण की अवधि दिसंबर 2022 तक थी, लेकिन बीच में काम बंद होने पर मार्च 2023 तक के लिए एक्सटेंशन दिया गया है।पाली नगर पंचायत से बाइपास निकली है। अभी लोग पुरानी सड़क से ही आवाजाही कर रहे हैं। भारी वाहनों के साथ ही यात्री बसें भी इसी मार्ग से चलती है। पाली ब्लॉक समेत कटघोरा , पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के लोग भी बिलासपुर और रायपुर इसी मार्ग से आवाजाही करते हैं। 2 साल पहले सड़क की मरम्मत हुई थी , लेकिन वह पूरी तरह उखड़ चुकी है। सड़क पर गड्ढे की वजह से रात ही नहीं दिन में भी हादसे का डर बना रहता है। भारी वाहनों के चलने से धूल का गुबार भी उड़ते रहता है। एनएचएआई की ठेका कंपनी अपने हिस्से की सड़क बना रही है। बाकी सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी कराएगी।
मुनगाडीह से डोंगानाला: एक किमी रोड में गड्ढे होने से परेशानी होती है। इस मार्ग पर कई मोड़ भी है। ढाबा से बुड़बुड़ : पाली के आगे राघवेंद्र ढाबा से लेकर बुड़बुड़ तक सड़क पर धूल का गुबार उठते रहता है। चैतमा पंचायत: गांव के बाहर बाईपास गुजरी है, लेकिन गांव की सड़क भी पूरी तरह जर्जर हो गई है। बिलासपुर से कटघोरा चांपा तक 151 किलोमीटर सड़क पहले पीडब्ल्यूडी की थी। जिसे बिल्ड ऑपरेशन सिस्टम के तहत ठेका में दिया गया था। वर्ष 2017 में पीडब्ल्यूडी ने सड़क को नेशनल हाइवे घोषित होने के बाद एनएचएआई को ट्रांसफर कर दिया था। लेकिन नगर और कनेक्टिंग सड़क अभी भी पीडब्ल्यूडी के पास है। फोरलेन सड़क से 42 गांव की सड़कें भी कनेक्ट हो रही है। 10 स्थानों पर अंडर पास का निर्माण चल रहा है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक डीडी पार्लावार का कहना है कि फोरलेन सड़क मार्च तक पूर्ण हो जाएगा। जो सड़क बची है उसका निर्माण पीडब्ल्यूडी ही कराएगी। निर्माण से लोगों को परेशानी ना हो इसका प्रयास किया जा रहा है। सड़क नवीनीकरण का भेजा गया है प्रस्ताव: ईई पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता एके वर्मा का कहना है कि सड़कों का नवीनीकरण करने प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। अभी चलने लायक मरम्मत कराएंगे उसके बाद सड़क का निर्माण नए सिरे से कराया जाएगा। जो भी सड़कें मरम्मत लायक है उसे करा रहे हैं।
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