MP News: मध्य प्रदेश के पर्यटन और धार्मिक न्यास मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी का शराबबंदी पर दिया गया बयान राजनीतिक विवाद का कारण बन गया है। मंत्री ने कहा कि “बिहार में सिर्फ एक फोन कॉल पर शराब घर तक पहुंच जाती है।” इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने उन पर निशाना साधते हुए शराबबंदी कानून की विफलता पर सवाल उठाए हैं।
कार्यक्रम के दौरान लोधी ने कहा कि सिर्फ कानून से शराबबंदी संभव नहीं, जब तक व्यक्ति स्वयं शराब छोड़ने का संकल्प नहीं लेता। उन्होंने कहा, “अगर आप शराब बंद भी करवा देंगे, तो पीने वाला कहीं न कहीं से शराब पी ही लेगा।” उन्होंने बिहार और गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि “दोनों राज्यों में शराबबंदी लागू है, लेकिन हकीकत अलग है। जानकारी के अनुसार, बिहार में माफिया फोन कॉल पर शराब घर तक पहुंचा देते हैं।”
यह बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। धर्मेंद्र लोधी एक कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल थे, जहां उन्होंने कहा कि “शराबबंदी लागू करने के लिए केवल कानून नहीं, बल्कि समाज को भी नशामुक्ति अभियान से जोड़ना जरूरी है।”
बयान के बाद कांग्रेस ने तीखा हमला बोला। पार्टी प्रवक्ता संगीता शर्मा ने कहा कि “जहां शराबबंदी लागू है, वहां भी शराब माफिया और तस्करी क्यों फल-फूल रही है? भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए।” कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार समाज में नशामुक्ति का संदेश देने के बजाय शराबबंदी पर राजनीति कर रही है।
मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के इस बयान ने राज्य में शराबबंदी पर नई बहस छेड़ दी है, जहां विपक्ष इसे सरकार की नीति की नाकामी से जोड़कर देख रहा है।