गुलाब देशमुख @ अंजोरा
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर रविवार को बोरे बासी भोज का आयोजन पूरे प्रदेश में आज कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के लोगों से बोर बासी खाने की अपील की है।
इसी तारतम्य में ग्राम थनौद के नर्सरी में ग्रामीणों एवं अपने कार्यकर्ताओं व अन्य प्रतिनिधियों के साथ में बैठकर जनपद पंचायत के सभापति हरेंद्र देव धृतलहरे ने बोरे बासी भोज का आनंद लिया।
इस दौरान धारा न्यूज़ से बातचीत करते हुए हरेंद्र देव ने कहा कि बोरे बासी भोज मेहनतकश मजदूरों और अन्न के सम्मान का प्रतीक है।
रात में बचे भात को पानी में भिगोकर मजदूर काम में जाने से पहले उसका सेवन करता है। दोपहर के भोजन में भी बासी खाता है,जिससे मजदूर का पेट भी भरता है और अन्न का सदुपयोग भी हो जाता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बोरे बासी भोज का आयोजन कर पूरे छत्तीसगढ़ को संदेश दिया है कि कैसे रात में बचे चांवल का सदुपयोग और सम्मान किया जाना चाहिए।
आगे उन्होंने कहा कि बासी स्वास्थ्य की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। ग्रामीण अंचलों में हर घर में बासी भोज गर्मी के दिनों में प्रायः उपयोग किया जाता है। और यह जीवन का अभिन्न हिस्सा है आज के युवा पीढ़ी को भी बोरे बासी खाना चाहिए। यह केवल संस्कृति नहीं बल्कि स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है।
इस मौके पर
यशवंत देशमुख, नरेंद्र देशमुख, संतोष (छोटू) देशमुख, मोरध्वज चक्रधारी,रेखचंद सिन्हा, खेम देशमुख, गिरीश सिन्हा, संतोष सिन्हा, गजेंद्र देशमुख, माखन साहू सरपंच प्रतिनिधि अंजोरा, धन्नू गौतम सरपंच प्रतिनिधि थनौद, देव प्रकाश देशमुख देव सतीश देशमुख युवा अध्यक्ष ग्राम थनौद, व अन्य उपस्थित थे।