धारा न्यूज़ @ रिसाली
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अग्निपथ स्कीम के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस द्वारा सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है इसी क्रम में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा का सत्याग्रह आंदोलन कैबिनेट मंत्री ताम्रध्वज साहू के नेतृत्व में आज रूआबांधा के दशहरा मैदान में किया गया।
जहां कांग्रेसी पदाधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों ने केंद्र सरकार के विरोध में 4 साल के सैनिक कानून को वापस लेने की मांग करते हुए तीखा विरोध दर्ज कराया।
सभा को महामंत्री जितेंद्र साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार और संघ के द्वारा देश को कमजोर करने की साजिश केवल 8 सालों में नहीं रची गई है। संघ ने आजादी के बाद से ही भारत को पुनः गुलाम बनाने के लिए प्रयासरत रही है। किसानों का मुद्दा हो नोटबंदी हो या अग्निपथ का मुद्दा, आनन-फानन में कोई भी योजना तैयार कर दी जाती है और उसे लागू किया जाता है और उसका विरोध होना स्वभाविक है। केंद्र की मोदी सरकार देश को बर्बाद कर देना चाहती है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मोदी सरकार का अग्निपथ योजना का विरोध हर स्तर पर किया जाएगा 4 साल बाद जो अग्निवीर है वह आखिर क्या करेगा, इस स्कीम को सरकार को वापस लेना होगा कांग्रेस अंतिम दम तक लड़ाई जारी रखेगी।
वाणी पर नियंत्रण नहीं रख पाई जिला पंचायत अध्यक्ष
जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी यादव ने मंच में भाषण के पूर्व लग रहे नारे नीम का पत्ती कड़वा है पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए माइक पर नरेंद्र मोदी..????.. है। कह दिया जिस पर लोग थोड़ा देर के लिए हंसे, लेकिन कईयों ने आश्चर्य व्यक्त किया। सैकड़ों की भीड़ के बीच सार्वजनिक मंच से इस तरह के नारे देश के प्रधानमंत्री के बारे में नहीं लगने चाहिए। कांग्रेसी युवा विंग द्वारा इस नारे को बार-बार दोहराया जा रहा था लेकिन एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि जो कि जिला पंचायत के अध्यक्ष भी हैं उन्हें इस नारे पर शांत रहना चाहिए था लेकिन वह अपनी वाणी में नियंत्रण नहीं रख पाई।
उक्त सभा को जाकिर अहमद, जिला पंचायत सदस्य योगिता चंद्राकर, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेंद्र हिरवानी, रिसाली महापौर शशि सिन्हा, निगम सभापति केशव बंछोर ,विधायक प्रतिनिधि केशव बंटी हरमुख, किसान कांग्रेस के कृष्णा देवांगन सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया। मंच संचालन जनपद सभापति टिकेश्वरी देशमुख ने किया।
दुर्ग शहर विधानसभा से अपेक्षाकृत रूआबांधा में ज्यादा भीड़
वैसे तो अग्नीपथ योजना का विरोध दुर्ग जिले के प्रत्येक विधानसभा में हुआ लेकिन दुर्ग शहर विधानसभा और दुर्ग ग्रामीण विधानसभा का तुलना करें, तो ग्रामीण विधानसभा में जमकर भीड़ जुटी थी मंत्री जी के भाषण खत्म होते तक लोग पहुंच रहे थे और इस योजना के विरोध में लगभग हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य, महापौर, पार्षद गण,जनपद सदस्य, सरपंच, पंच से लेकर दुर्ग ग्रामीण के जिला व ब्लाक कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।