खोमेंद्र @ राजनांदगांव
पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल प्रबंधन अपने ही परिसर की सुरक्षा नहीं कर पा रहा है। हॉस्पिटल के ठीक सामने अवैध रूप से दुकानदारी चल रही है तो वहीं नगर निगम ने तो यहां परिसर के भीतर ही रैन बसेरा में ही कैंटीन का संचालन शुरू करा दिया है जबकि अस्पताल प्रबंधन से कोई अनुमति नहीं ली गई है। इस मसले को लेकर नगर निगम और हॉस्पिटल प्रबंधन आमने-सामने हो गया है। निगम की ओर से कैंटीन खुलवाने की वजह से हॉस्पिटल की ओर से जारी की गई कैंटीन की निविदा रद्द करनी पड़ी है।
इधर अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर कैंटीन संचालन के संबंध में दस्तावेज मांगे हैं। पूछा है कि रैन बसेरा को कैंटीन के रूप में संचालन के लिए की गई कागजी कार्यवाही का विवरण मांगा गया है। कैंटीन संचालन के लिए नगर निगम के अफसर कहते आ रहे हैं कि यह काम महिला समूह को दिया गया है पर लगातार आरोप लग रहे हैं कि किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने की नीयत से समूह का नाम जोड़ा जा रहा है। जबकि रैन बसेरा को मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए बनाया गया है।
इस वजह से अस्पताल प्रबंधन की अेार से कैंटीन संचालन के लिए निविदा आमंत्रण की गई थी। अस्पताल प्रबंधन की ओर से कैंटीन का टेंडर जारी किया गया था। वहीं इस भवन का हिस्सा फिर से कब्जा में ले लिया गया है। इस वजह से अस्पताल प्रबंधन कैंटीन संचालन को लेकर दुविधा में है। इस चक्कर में टेंडर रद्द करना पड़ा है। अधीक्षक ने लिखा है कि रैन बसेरा संचालन के संबंध में एमओयू, नियम, शर्ते एवं उसे कैंटीन के रूप में चलाने के लिए किए गए कार्यवाही विवरण के दस्तावेज मांगे गए हैं।
परिसर में दूसरी संस्थाओं का हस्तक्षेप होने लगा
इस तरह अस्पताल परिसर में दूसरी संस्थाओं का हस्तक्षेप होने लगा है तो वहीं अवैध कब्जा कर दुकानदारी करने वाले फिर से सक्रिय हो गए हैं। इनके बीच में ग्राहकी को लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। मारपीट, गाली-गलौज जैसे मामले थाने तक पहुंच रहे हैं। बिगड़ते माहौल के बीच मरीजों के परिजनों को आना-जाना पड़ता है। माहभर पहले स्वास्थ्य सचिव निरीक्षण में पहुंची थीं, तब उन्होंने अवैध कब्जा देखकर इसे तत्काल हटवाने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए थे। इन्हें बारिश के पहले हटाने कहा गया था।
स्वास्थ्य मंत्री से की जा चुकी है शिकायत
हॉस्पिटल परिसर के आसपास अवैध कब्जा और निगम की ओर से बिना अनुमति कैंटीन खोल देने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री तक शिकायत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री को अतिक्रमण के साथ ही कैंटीन के संबंध में जानकारी भेजी गई है। अतिक्रमण को लेकर स्वास्थ्य सचिव तक शिकायत की भी तैयारी है। अधीक्षक डॉ प्रदीप बेक का कहना है कि जिस ओर अवैध कब्जा हुआ है, वहां से आरटीओ दफ्तर भी आना-जाना होता है। इसलिए गेट नहीं लगा पा रहे हैं। इसका खामियाजा यहां आने वाले मरीज व उनके परिजन भुगत रहे हैं।
रैनबसेरा भवन को कैंटीन के लिए चिन्हित किया था
अधीक्षक ने आयुक्त को पत्र जारी कर बताया है कि भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध चिकित्सालय में निर्मित रैनबसेरा भवन को अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को कैंटीन के माध्यम से नाश्ता खाना प्रदाय करने सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चिन्हित किया गया था। रैन बसेरा भवन के आधे भाग की चाबी अस्पताल प्रबंधन को प्रदाय किया गया था।