


दुर्ग के पदमनाभपुर थाना अंतर्गत पोटिया चौक स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के सामने एक लाइन गाड़ी (ट्रेलर) नो एंट्री में घुसते हुए बाइक सवार युवक खोमेश साहू लगभग 30 वर्ष व युवती ज्योति लगभग 23 वर्ष को चपेट में ले लिया।
जिसमे खोमेश साहू का पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया वही युवती ज्योति की दर्दनाक मौत हो गई।
पोटिया में कुछ दिन पहले एक छोटी बच्ची इसी तरह दुर्घटना का शिकार हुई थी।ट्रेलर में हैवी सामान भरा था।
प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक युवक युवती बाइक पर सवार होकर पुलगांव की ओर से आ रहे थे और हैवी वाहन जेल तिराहा की ओर से आ रही थी, जिसके बाद ट्रक अनियंत्रित होकर विपरीत दिशा में चली गई।जहां पर अतिक गैरेज के सामने खड़े तीन कारों व कुछ बाइक को कुचल डाला। जिससे लाखों का नुकसान बताया जा रहा है।वहीं मौके पर ही युवती की दर्दनाक मौत हो गई। युवक का पैर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक दोनों पैर की हड्डियां टूट गई हैं। वही साथ में कसारीडीह निवासी एक युवक भी घायल हुआ है उनका उपचार जिला अस्पताल में जारी है।
मौके पर पहुंचे विधायक अरुण वोरा
दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा भी घटना की जानकारी मिलते ही उक्त स्थल पर पहुंच गए जहां उन्होंने एसपी से फोन पर चर्चा की। दुर्घटना के बाद लंबा जाम लग गया था जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया गया और ट्रैफिक को बहाल किया।
वे स्वयं जिला अस्पताल भी पहुंचे और घायलों को शीघ्र समुचित इलाज के निर्देश दिए। उक्त जगह पर शराब की दुकान भी है हालात को देखते हुए तत्काल बंद कर दिया गया लोगों ने उक्त जगह से शराब दुकान हटाने की भी मांग की है। यह जगह दुर्घटना जन्य क्षेत्र बन गया है।
जिला अस्पताल में क्रिटिकल इलाज की व्यवस्था नहीं
दुर्ग जिला अस्पताल में आपातकालीन सेवा स्थिति भी भयानक है ढंग से डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं थे वहीं ट्रेनी स्टूडेंट्स को इमरजेंसी सेवाओं में उपयोग किया जाता है जो निश्चित ही इस बड़े अस्पताल की लापरवाही को दर्शाता है।सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के इलाज के लिए दुर्ग जिला अस्पताल में व्यवस्था नहीं थी तो उसे मेकाहारा रायपुर रिफर करने कहा लेकिन घर वाले सिस्टम से वाकिफ थे। तत्काल निजी अस्पताल में भर्ती कराने ले गए।
गैरेज में बनने आए गाड़ी भी आए चपेट मे
जिस जगह दुर्घटना होगी वहां पर एक गैरेज था वहीं कुछ गाड़ी बनने आई थी। जिसमे तीन कर चपेट में आ गए जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त भी हो गए। वही लगभग दो बाइक भी नेस्तनाबूत हो गया।
ऐसा बताया जा रहा है कि जो ड्राइवर है वह शराब पिया था।
कुल मिलाकर आज दुर्ग शहर के सड़क दुर्घटनाओं से लाल हो रही है। नो एंट्री में जिस तरीके से हैवी वाहन का घुस जाना वीआईपी जिले की सुरक्षा व दुर्ग शहर की यातायात व्यवस्था की पोल खोलता है।
