गुलाब @ दुर्ग
- राज्य सरकार के खिलाफ वायदा निभाओ अभियान चलायेंगे किसान
- दो साल का बोनस देने, चना गेंहू की समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी करने का सरकार ने वायदा पूरा नहीं किया है
- सब्जियों के कम दाम से लागत भी नहीं मिलने से आक्रोशित किसान दाम तय करेंगे और बाजार में दाम कम होने पर मंडियों में सब्जी नहीं बेचने का निर्णय लिया जा सकता है
- सब्जी मंडियों में व्यापार कारोबार का समय किसानों की सहुलियत के हिसाब से निर्धारित होना चाहिए
- छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की नगपुरा बैठक में लिए गये अहम निर्णय
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की बैठक नगपुरा के धान खरीदी केंद्र में रखी गई थी, बैठक में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों से किया गया वायदा पूरे नहीं करने पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया गया और दो साल का बकाया बोनस देने, न्यूनतम समर्थन मूल्य में चना और गेंहू की सरकारी खरीदी करने, स्वामीनाथन आयोग की अनुसंशा के अनुरूप अन्य सभी फसलों का मूल्य निर्धारण करने आदि वायदों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है इसके अलावा किसान न्याय योजना की राशि दो गुना करने की मांग को भी अभियान में शामिल किया जायेगा,
किसान संगठन की नगपुरा बैठक में टमाटर, बैगन, बंधी गोभी सहित अन्य सब्जियों के कम दामों पर खरीदी होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया है कि यदि किसानों को सब्जियों के लाभकारी दाम नहीं मिलेंगे तब किसान सब्जियों के दाम खुद तय करने और इससे कम दाम पर मंडियों में सब्जी नहीं बेचने जैसा कठोर निर्णय लेने के लिए बाध्य हो सकते हैं, किसान संगठन की बैठक में दुर्ग और सुपेला आकाशगंगा की सब्जी मंडियों में कारोबार के समय को लेकर भी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा गया है कि किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए मंडियों में कारोबार करने का समय निर्धारण होना चाहिए ताकि मोलभाव के समय अपने माल के साथ किसान स्वयं मंडी में उपस्थित रह सके, मंडियों में दोपहर 1 बजे से पहले किसी भी स्थिति में कारोबार बंद नहीं होना चाहिए,
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन की बैठक में राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा, झबेंद्र भूषण वैष्णव, पुरूषोत्तम बाघेला, उत्तम चंद्राकर, परमानंद यादव, मेघराज मढ़रिया, बंशीलाल देवांगन, प्रमोद पवांर, संतु पटेल, दीपक यादव, पुकेश्वर साहू सहित अनेक किसान शामिल थे ।