दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अंजोरा (ढा) में भ्रष्टाचार का नया नमूना सामने आया।
इस बीच में सरपंच ने गलती पकड़ाने पर व्हाट्सएप ग्रुप में अपनी भड़ास भी निकाली है।
मामला क्या है
दरअसल में एक पत्रकार द्वारा आरटीआई से जानकारी मांगी गई थी कि संबंधित ट्रेडर्स द्वारा किए गए कार्यों के बिल वाउचर उपलब्ध कराया जाए। लेकिन संबंधित पंचायत में यह जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जिसके बाद जनपद पंचायत दुर्ग में शिकायत की गई फिर यह जानकारी उपलब्ध कराई जाती है इसमें 52000 के बिल में 70000 भुगतान किया गया। प्रथम दृष्टया यह मामला जालसाजी के साथ सरकारी संस्था को धोखे देना जैसा है जिसके चलते उक्त पत्रकार ने संबंधित सरपंच, सचिव पर अनियमितता सहित संबंधित के विरुद्ध धारा 40 ख के तहत बर्खास्तगी की मांग की है।
इधर सरपंच ने व्हाट्सएप में पत्रकारों को कहा दलाल
इस मामले पर सरपंच ने उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसी बातें कहीं है हालांकि उनसे कोई बयान नहीं लिया गया है लेकिन प्राप्त जानकारी अनुसार आरटीआई लगाने वाले पत्रकारों को दलाल बताकर एकता दिखाने की अपील की गई।
बहरहाल मामले में किसी अधिकारी से जानकारी नहीं मांगी गई है लेकिन धारा न्यूज़ के पास समस्त दस्तावेज उपलब्ध है। अब देखना यह होगा कि फर्जी बिल प्रस्तुत करने और धारा 40 के तहत कार्रवाई को लेकर प्रशासन क्या रवैया अपनाता है देखने वाली बात होगी। गोपनीयता और सुरक्षा की दृष्टि से सूचना के अधिकार लगाने वाले पत्रकार नाम नहीं दिखाया जा रहा है। क्योंकि पत्रकार का मकसद वसूली नहीं भ्रष्टाचार को उजागर करना है।