बिरनपुर की घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल सिंह साहू, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं तेलघानी बोर्ड अध्यक्ष संदीप साहू सहित साजा विधायक एवं कृषि मंत्री रविंद्र चौबे एवं बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा की मौजूदगी में एक बड़ा फैसला लिया है और उन्होंने आगे कहा कि
बिरनपुर की घटना बेहद दुर्भाग्यजनक है। इस घटना में दिवंगत भुनेश्वर साहू के परिवार की पीड़ा हम सबकी साझा पीड़ा है। भुनेश्वर की अनुपस्थिति में उसके परिवार का संरक्षण हम सबकी साझी जिम्मेदारी है।
आज छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के पदाधिकारियों से मुलाक़ात के बाद हमने निर्णय लिया है कि भुनेश्वर के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लाख रू की सहायता राशि प्रदान की जाएगी
साथ ही मैंने कमिश्नर के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रशासकीय जाँच के निर्देश दिए हैं, एक सप्ताह में जाँच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
प्रभु राम का ननिहाल, माता कौशल्या का घर हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश शांति, सद्भावना का गढ़ रहा है। हम सबको असामाजिक ताक़तों से लड़ते हुए शांति और सद्भावना बनाकर रखनी है। यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है। कानून से बढ़कर कोई नहीं।
विदित हो कि साजा के निकट स्थित बिरनपुर गांव में दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी जिसकी वजह से एक युवक भुनेश्वर साहू की मौत हो गई जिससे पूरा छत्तीसगढ़ की शांति व्यवस्था में खलल पड़ गई थी। भारतीय जनता पार्टी सहित हिंदू संगठनों ने इस हत्या को कांग्रेस सरकार के संरक्षण में किया जाना बताया था। कल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की गिरफ्तारी हुई थी उन्हें बाद में छोड़ दिया गया था। गांव में आगजनी की घटनाएं भी हुई जिसे सरकार की किरकिरी हो रही थी लेकिन आज सामाजिक संगठन के साथ मिलकर बड़ा फैसला लेकर मामले को शांत करने की कोशिश के साथ साथ शांति की अपील भी की है।