CG Coal Scam: छत्तीसगढ़ में कोल घोटाला हुआ था। जिसमें ED ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है। छत्तीसगढ़ की अफसर सौम्या चौरसिया और रानू साहू को भी गिरफ्तार किया गया है। उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। ED कुछ नेताओं की भूमिका को लेकर लगातार सवाल कर रही है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के कोल घोटाले मामले में ईडी ने जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ करने के लिए कोर्ट से अनुमति ले ली है। शनिवार को पूछ-ताछ का चौथा दिन था। जेल में बंद आरोपियों से ED के अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे हैं। जेल में बंद छत्तीसगढ़ की सस्पेंडेड ऑफिसर सौम्या चौरसिया और रानू साहू से भी पूछताछ की गई है। सूत्रों ने बताया कि ED उन तमाम पॉलिटिकल कनेक्शन को ढूंढ रही है, जिन्होंने कोल लेव्ही वसूली में मदद की है।
ED को 10 से 16 जनवरी तक दोनों से जेल में पूछताछ करने की अनुमति मिली है। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद ED की टीम दोनों अफसरों से रोज पूछताछ कर रही है। सूत्रों के अनुसार ED विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक चंद्रदेव राय, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल और कांग्रेस नेता विनोद तिवारी की घोटाले में क्या भूमिका है इस पर भी सवाल कर रही है।
ED ने अपनी चार्जशीट में देवेंद्र यादव, चंद्रदेव राय, आरपी सिंह, राम गोपाल अग्रवाल और विनोद तिवारी को आरोपी बनाया है। बता दें कि देवेंद्र यादव ने कोर्ट में जमानत की याचिका डाली थी जिसको कोर्ट ने खारिज कर दिया है। 6 जनवरी को कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कोल आरोपियों को कोर्ट में पेश न होने के पर 500 रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
गौरतलब है कि कोल स्कैम मामले में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया, आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई समेत अन्य आरोपी जांच के लिए जेल में बंद हैं। जांच में पता चला है कि जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपए की वसूली की गई थी। इन रुपयों का इस्तेमाल राजनीतिक खर्च, बेनामी संपत्ति बनाने और अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। ED ने इस मामले में 220 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है।