Chhattisgarh News: पांच साल पहले भाजपा सरकार के अंतिम 2 सालों का बोनस किसानों को नहीं दिया जा सका था। इसके बाद प्रदेश में पांच साल कांग्रेस की सरकार काबिज रही। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों को पुराना 2 साल का बोनस देने की घोषणा की थी। इस पर अब अमल किया जा रहा है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने सुशासन दिवस के अवसर पर यानी कि 25 दिसंबर को किसानों के खाते में बोनस की राशि ट्रांसफर कर दी। अफसरों ने बोनस वितरण की तैयारी पहले ही कर ली थी। बोनस वितरण को लेकर किसानों में उत्साह देखने को मिला। इससे पहले धान खरीदी केन्द्रों में, गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर सुशासन दिवस मनाया गया।
मुख्य कार्यक्रम राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम टेड़ेसरा में आयोजित किया गया था। अविभाजित राजनांदगांव में 2 अरब 38 करोड़ 47 लाख रुपए बोनस का वितरण हुआ। पांच साल पहले भाजपा सरकार के अंतिम 2 सालों का बोनस किसानों को नहीं दिया जा सका था।इसके बाद प्रदेश में पांच साल कांग्रेस की सरकार काबिज रही। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों को पुराना 2 साल का बोनस देने की घोषणा की थी। इस पर अब अमल किया जा रहा है। भाजपा की घोषणा के अनुसार अब प्रति क्विंटल 3100 रुपए के हिसाब से 20 की जगह 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान लिया जा रहा है।
राजनांदगांव जिले में ऐसी रही जल बोनस वितरण की स्थितिराजनांदगांव जिले में वर्ष 2014-15 के दौरान 61140 किसानों ने लगभग 30 लाख क्विंटल धान विक्रय किया था। उन किसानों को 8937.36 लाख रुपए का भुगतान हुआ। वहीं साल 2015-16 में 44340 किसानों ने 17 लाख क्विंटल धान बेचा था। उन्हें 5093.57 लाख का भुगतान हुआ। दो सालों में कुल 105480 धान किसानों ने 47 लाख क्विंटल धान बेचा। उन्हें दो साल का 14030.93 लाख रुपए प्रति क्विंटल 300 रुपए बोनस दिया गया