भिलाई। आंध्र उत्कल संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व रेलवे सलाहकार समिति सदस्य के उमाशंकर ने बताया कि विगत 10 वर्षों से दुर्ग से पलसा, बरहमपुर तक सीधी नई रेल सुविधा की मांग “आंध्र उत्कल समाज वासियों की ओर से किया जा रही है। उक्त मांग पर क्रमिक भूख हड़ताल, धरना एवं प्रदर्शन कर रेल प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।
दुर्ग जिले के सांसद विजय बघेल ने लोकासभा में दो बार के लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष उक्त मांग को शीघ्र पुर्ण किए जाने हेतु निवेदन किया गया। इसके अलावा अप्रेल 2023 को नई दिल्ली में रेल मंत्री से सीधे मुलाकात कर उक्त मांग को जन हित में शीघ्र किए जाने की निवेदन किया गया।कल 4 नवंबर 2023 को दुर्ग चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने रेल समस्या का समाधान हेतु ज्ञापन दिया गया उक्त ज्ञापन में जो मांग रखी गई वह बिल्कुल अलग मांग है, जिसके परिचालन से छत्तीसगढ़ के आंध्र उत्कल वासियों को रेल सुविधा नहीं मिल पाएगा। ‘
दुर्ग से विशाखापट्टनम रेल को पलसा से बरहमपुर तक चलने की मांग की गई है जिससे ऐसा लगता है कि जनप्रतिनिधियों को आंध्र उत्कल वासियों के रेल समस्याओं के समाधान में पूर्ण जानकारी नहीं होना या उससे अनभिज्ञ होना प्रतीत होता है।जनप्रतिनिधियों से मैं करबद्ध प्रार्थना करता हूं की पुनः इसे सुधार कर प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय रेल मंत्री को ध्यान आकर्षण कराया जाए और उक्त मांग पर शीघ्र निर्णय लेकर इसे प्रारंभ किया जाए ताकि छत्तीसगढ़ में रह रहे आंध्र उत्कल वासियों को सीधा रेल सुविधा का लाभ मिल सकेगा।