राजनांदगांव। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा चुनाव के लिए 80 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों से होम वोटिंग की नई पहल की गई है। लोकतंत्र के पर्व में पोस्टल बैलेट के माध्यम से होम वोटिंग के लिए चिन्हांकित बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के घरों में मतदान दल ने पहुंचकर मतदान करवाया। डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के चिन्हांकित 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के घर-घर जाकर मतदान कराया गया। मतदान दल के घर में पहुंचते ही घरवाले और मतदाताओं के चेहरे पर मुस्कान आ गई। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डोमन सिंह के मार्गदर्शन में जिले के सभी विधानसभा क्षेत्र के चिन्हांकित 80 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगजन होम वोटिंग कर रहे है। डोंगरगांव विधानसभा की खैरी निवासी दिव्यांग अहिल्या वर्मा ने बताया कि पहले मतदान कराने के लिए उनके बड़े भाई ले जाते थे। अहिल्या ने बताया कि मतदान दल घर में आने से बहुत अच्छा लगा। जिससे बिना किसी असुविधा के लोकतंत्र का हिस्सा बनने का मौका मिला। अहिल्या ने भारत निर्वाचन आयोग की इस अनूठी पहल के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
धौराभाठा निवासी श्रीमती हेमलता साहू ने होम वोटिंग कराने के लिए मतदान दल को घर में पहुंचने पर प्रसन्नता जाहिर की। श्रीमती हेमलता ने बताया कि वे दोनों पैरों से नहीं चल पाती हैं। पहले मतदान कराने के लिए घर के सदस्यों द्वारा मतदान केन्द्र तक ले जाया जाता था। भारत निर्वाचन आयोग की इस पहल से मुझे घर पर ही मतदान कर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। ग्राम गिधवा टप्पा निवासी 84 वर्षीय गीता बाई के घर में होम वोटिंग के लिए मतदान दल पहुंचा तो उन्होंने खुशी जाहिर की। श्रीमती गीता बाई ने कहा कि घर पर मतदान करना बहुत सुविधाजनक रहा और सुखद अनुभूति रही। ग्राम बड़भूम निवासी लताबाई ने घर में ही मतदान किया। लताबाई ने बताया कि दोनों पैरो से दिव्यांग है। यह सुविधा मिलने से मतदान करने में आसानी हुई। परना निवासी श्रीमती लक्ष्मी बाई ने भी घर में मतदान किया। श्रीमती लक्ष्मी बाई ने कहा कि बुजुर्ग होने के कारण लाईन लगने में बहुत समस्या होती थी, अब मतदान दल द्वारा घर में ही मतदान करने में बहुत अच्छा लग रहा है। केसला निवासी 81 वर्षीय श्रीमती पुकबती, 89 वर्षीय झाडुराम और पेंडरवानी की दिव्यांग सकुनबाई यादव और ग्राम मेढ़ा निवासी दिव्यांग माखन यादव ने कहा कि होम वोटिंग एक अच्छी एवं संवेदनशील पहल है। पिनकापार के 18 वर्षीय तुकेश्वर कंवर जन्म से दिव्यांग है। तुकेश्वर ने पहली बार मतदान किया है।