
छत्तीसगढ़ में स्कूली छात्रों के लिए जो शासन द्वारा किताबें उपलब्ध कराई जाती हैं उसमें लेटलतीफी होने पर पूर्व जनपद पंचायत सभापति विक्की मिश्रा ने साय सरकार के सुशासन पर कड़े और तीखे स्वर में हमला बोल दिया है उन्होंनें कहा कि कबाड़ियों से डील कंप्लीट हो चुका हो, या रेट नहीं जमा है तो कम से कम पीडीएफ ही बना कर शिक्षा विभाग के वेबसाइट में पुस्तकों को अपलोड कर दें ताकि बच्चे प्रिंट आउट निकाल कर पढ़ाई कर सके जब पुस्तक आएगा तब आएगा कम से कम इतना तो कर ही सकती है।
अंधेर नगरी और चौपट राजा वाली स्थिति
उन्होंने कहा कि शिक्षा पर भारी भरकम बजट पेश करने का दावा करने वाले वित्त मंत्री ओपी चौधरी को भी आड़े हाथों लिया उन्होंनें आगे कहा कि स्कूली शिक्षा विभाग के मंत्री आदरणीय मुख्यमंत्री विष्णु देव ही है उनके विभाग की यह बदहाल स्थिति क्या वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने की है, वित्त विभाग रखने वाले मंत्री कम से कम अपने मुख्यमंत्री को या उसके विभाग को तो पैसा स्वीकृत करते. और कर दिए हैं तो पुस्तक कहाँ गायब है. छात्रों के लिए अपना खोखले मोटिवेशन देने वाले नेता चौधरी साहेब प्राइमरी और मिडिल के बच्चों को समय पर पुस्तके उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. प्रदेश में अंधेर नगरी और चौपट राजा की स्थिति है बजट में भारी भरकम राशि शिक्षा विभाग को स्वीकृत की गई है लेकिन जमीन पर पुस्तक नहीं पहुंच पाई है युक्त युक्तिकरण से पहले ही स्कूलों में बदहाली की स्थिति है कम से कम पुस्तक तो उपलब्ध करा देते इस सरकार से यह भी नहीं हो सका.
जैसा कि रायपुर में हजारों स्कूली किताबों को रद्दी के भाव कबाड़ में बेचे जाने की खबरें सामने आई हैं, जो सरकारी लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों को सिद्ध करती है. बच्चों की पढ़ाई शुरू हो गई है भले शिक्षक ना हो पर बच्चे अपने स्तर पर कम से कम पढ़ाई शुरू कर सके इसके लिए पीडीएफ बनाकर ही अपलोड करने की व्यवस्था किया जाए इसकी मांग करता हूं.