@ बिलासपुर/ धारा न्यूज़
छत्तीसगढ़ की सरकार चुनाव के बाद जब जनता के द्वारा चुनकर आए। तो मुख्य मुद्दा शराबबंदी का था।इसी शराबबंदी को लेकर बिलासपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय एक शक्श पहुंचा। शख्स ने अहिंसा का रूप धारण करते हुए या यह कह लीजिए महात्मा गांधी का रूप धारण कर शराबबंदी की मांग करने पहुंचा।
इस अजीबो गरीब मामले को देख कर कलेक्ट्रेट परिसर में कौतूहल का विषय बन गया। वहीं दूसरी तरफ शराबबंदी की मांग पूरे प्रदेश में आगामी चुनाव आने से पहले तेज होती दिखाई दे रही है।
दरअसल मामला ये है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर नेहरू चौक के पास धरना प्रदर्शन करने वाले संजय सिंघानी सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को ज्ञापन सौंपकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही शराबबंदी करने की घोषणा की गई थी, लेकिन सरकार को बने चार साल बीत गए, पर अभी तक शराब बंद नहीं हुई है।
बीते 43 दिनों से संजय सिंघानी बापू के वेश में शराबबंदी की मांग को लेकर गांधीगीरी कर रहे हैं। हाथ में लाठी, आंखों पर चश्मा और गले में तख्ती लटकाए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। वे नेहरू चौक, कलेक्टोरेट के सामने रोड के किनारे खड़े होकर गांधीगीरी कर रहे हैं। आंदोलन के जरिए सत्ताधारी दल को घोषणा पत्र की याद दिला रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने की स्थिति में पूर्ण शराबबंदी का वादा किया था।