ज्योतिष न्यूज़ : कल यानी 1 नवंबर को जहां देशभर में करवा चौथ का त्योहार मनाया गया है तो वही अब लोगों को पांच दिवसीय पर्व दिवाली का इंतजार है सनातन धर्म में दिवाली को सबसे अधिक महत्वपूर्ण बताया गया है। जो पूरे पांच दिनों तक चलता है। दिवाली की शुरुआत धनतेरस से हो जाती है और समापन भाई दूज पर होता है।
दिवाली को रोशनी और दीपकों का त्योहार माना जाता है इस दिन को लोग बड़ी ही भव्यता के साथ मनाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली का त्योहार हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर मनाया जाता है इस दिन लक्ष्मी गणेश की विशेष पूजा का विधान होता है।
मान्यता है कि दिवाली की रात माता लक्ष्मी धरती पर आती है और अपने भक्तों के घरों में वास करती है जिससे घर में सुख शांति समृद्ध और सकारात्मकता आती है। इस साल दिवाली का पावन पर्व 12 नवंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि का आरंभ 12 नवंबर को 2 बजकर 44 मिनट पर हो रहा है तो वही समापन 13 नवंबर को 2 बजकर 56 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में दिवाली का त्योहार 12 नवंबर दिन रविवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा का उत्तम मुहूर्त शाम को 5 बजकर 19 मिनट से शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि इस शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी और श्री गणेश की आराधना उत्तम फल प्रदान करती है और धन दौलत को दूर कर देती है।