दुर्ग जिले के ग्राम विनायकपुर में चल रहे दो धार्मिक समुदायों के बीच चल रही विवाद समाप्त करने एसडीएम कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच बैठक हुई।
जिसका निराकरण एसडीएम मुकेश रावटे ने दोनों पक्षों को बैठाकर किया है जिसमें सहमति बनी है। वर्षों से विनायकपुर में ईसाई धर्म की धार्मिक सभा की आड़ में लगातार धर्मांतरण को लेकर लगातार हिंदू समुदाय आरोप लगाता रहा है और आए दिन विवाद होते रहा है। इस मामले पिछले दिनों दोनो पक्ष आपस में भिड़ गए थे।
जानिए क्या सहमति बनी
1- वैधानिक रूप से अनुमति प्राप्त होने के पश्चात ही किसी भी प्रकार की प्रार्थना का आयोजन (किश्चियन समुदाय) द्वारा किया जावेगा। द्वितीय पक्ष द्वारा मीना सोनी के घर पर प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया जावेगा।
2- प्रार्थना एवं अन्यं प्रकार से पूजा अर्चना द्वितीय पक्ष क्रिश्चियन समुदाय के लोग अपने घर में केवल अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ प्रार्थना कर सकेगें जिसमें प्रथम पक्ष को कोई आपत्ति नहीं होगी। घर के प्रार्थना में घर के पारिवारिक सदस्यों के अलावा अन्य लोगों को इकट्ठा नहीं करेगें।
दोनों पक्षों को उभय पक्षों के आपत्तियों से समक्ष अवगत कराया गया जिस पर उभय पक्षों ने उक्त निष्कर्ष पर अपनी सहर्ष स्वीकृति प्रदान की। उभय पक्ष किसी भी प्रकार की वाद-विवाद एवं बैठक में हुए निर्णय के उलंघन की स्थिति में पुलिस एवं प्रशासन को अवगत करायेगें स्वयं कानून को अपने हाथ में नहीं लेगें।
उपरोक्त निर्णय में उभय पक्षों ने अपनी सहमति प्रदान करते हुए कार्यवाही विवरण में अपने हस्ताक्षर किए गए।