दिल्ली पुलिस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो बनाने वाले शख्स की तलाश में जुटी हुई है। खबरों के मुताबिक जिन चार संदिग्धों का पता चला है उनमें से कोई भी वीडियो बनाने वाला नहीं है। इन सभी ने वीडियो अपलोड किया है।
वीडियो में काली पोशाक में एक अलग महिला को लिफ्ट में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। कथित अपराधी ने वीडियो में मूल महिला के चेहरे पर मंदाना का चेहरा लगाने के लिए कथित तौर पर एआई तकनीक का इस्तेमाल किया। एक सूत्र ने कहा, ‘पुलिस ने मेटा से नवंबर में सोशल मीडिया पर उपरोक्त ‘डीपफेक’ वीडियो साझा करने के लिए जिम्मेदार इंस्टाग्राम अकाउंट के यूआरएल का खुलासा करने के लिए कहा था, हालांकि, कुछ सवालों के जवाब दिए गए थे।’
मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 465 (जालसाजी) और 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जालसाजी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66सी और 66ई भी जोड़ी गई है। यह कानूनी कार्रवाई दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की एक शिकायत के बाद हुई, जिसने भारतीय अभिनेत्री से जुड़े ‘डीपफेक’ वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया। डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने एक्स पर लिखा था, ‘हमारे नोटिस के बाद, दिल्ली पुलिस ने रश्मिका मंदाना फर्जी वीडियो मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।’