धारा न्यूज़/बिलासपुर
एक सप्ताह पहले पचपेड़ी थाने के चार पुलिसकर्मी शराब पकड़ने के लिए मनवा गांव गए थे। पुलिसकर्मियों ने शराब की अवैध बिक्री करने की शिकायत पर एक ग्रामीण के घर में दबिश दी। जांच के दौरान उन्हें कुछ नहीं मिला। तब पुलिसकर्मी आबकारी एक्ट का मामले बनाने के लिए बाहर से शराब लेकर आ गए और ग्रामीण के घर से अवैध शराब बरामद होने का मामला बना दिया।
पचपेड़ी थाना।
बिलासपुर में पुलिस की कार्यप्रणाली का एक घिनौना सच सामने आया है। यहां एक ग्रामीण को फंसाने के लिए पुलिस ने खुद ही उसके घर में शराब की बोतलें रखीं और अवैध शराब बरामदगी का मामला बना दिया। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिक्षक ने चार आरक्षकों को पुलिस लाइन हाजिर कर दिया है।
पुलिसकर्मियों के इस अजीबोगरीब कारनामे का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में महिला बोल रही है कि ‘भैया हमारे घर में शराब की बोतल लाकर क्यों रख रहे हो। आप पूरे घर की जांच कर लिए आप को कुछ नहीं मिला, अब शराब लाकर क्यों फंसा रहे हो।’ जवाब में पुलिसकर्मी घर से शराब मिलने का दावा कर रहे हैं। यह मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है।
बताया जा रहा है कि पचपेड़ी थाने के चार पुलिसकर्मी शराब पकड़ने के लिए मनवा गांव गए थे। घटना एक सप्ताह पहले की है। पुलिसकर्मियों ने शराब की अवैध बिक्री करने की शिकायत पर एक ग्रामीण के घर में दबिश दी। जांच के दौरान उन्हें कुछ नहीं मिला। तब पुलिसकर्मी आबकारी एक्ट का मामले बनाने के लिए बाहर से शराब लेकर आ गए और ग्रामीण के घर से अवैध शराब बरामद होने का मामला बना दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई भी की है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो
ग्रामीण के घर में पुलिसकर्मी पहुंचे, तब महिला ने वीडियो बना लिया। वीडियो में महिला बोल रही है कि भैया हमारे घर में तो कुछ नहीं मिला है। फिर बाहर से शराब लाकर क्यों फंसा रहे हो। वीडियो में महिला कह रही है कि भैया गाड़ी की डिक्की में शराब लेकर आया है। वहीं पुलिसकर्मी उसके घर से शराब मिलने का दावा कर रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
शराब के बड़े केस में फंसाने दी धमकी
इधर, इस मामले की शिकायत एसपी पारुल माथुर तक पहुंच गई। शिकायत में बताया गया कि पुलिसकर्मियों ने ग्रामीण को शराब के झूठे व बड़े केस में फंसाने की धमकी दी। पुलिसकर्मियों पर झूठी कार्रवाई करने के आरोप लगने और शिकायतों के बाद एसपी माथुर ने पचपेड़ी थाना में पदस्थ आरक्षक भानू प्रताप डहरिया, चंद्रप्रकाश भारद्वाज, शिव धन बंजारे व सद्दाम पाटले को लाइन हाजिर कर दिया।
आबकारी और पुलिस विभाग की मिलीभगत से होती है शराब की अवैध बिक्री
बताया जा रहा है कि पचपेड़ी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर शराब की अवैध बिक्री होती है और आबकारी विभाग के अफसर गांव में सिर्फ महुआ शराब बनाने और बेचने वालों पर कार्रवाई करते हैं। जबकि, देसी शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती। ग्रामीणों का आरोप है कि देसी शराब बेचने वालों पर विभाग के अफसर कार्रवाई भी नहीं करते। बल्कि, उनसे अवैध उगाही की जाती है। आरोप यह भी है कि पचपेड़ी क्षेत्र में शराब बेचने के अवैध कारोबार में पुलिसकर्मियों की भी मिलीभगत है और उन्होंने महीना बांध रखा है। आरोप है कि पैसे नहीं देने के कारण ही ग्रामीण के घर में शराब रखकर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।