Gulab @ Risali
निवृतमान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के चुनाव हारते ही और भाजपा के ललित चंद्राकर की जीत के बाद एकमात्र नगरी निकाय में अविश्वास प्रस्ताव आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
विदित हो कि जनवरी में रिसाली महापौर शशि सिन्हा के 2 साल के कार्यकाल पूरा होते ही अविश्वास प्रस्ताव आने की पूरी संभावना है आपको बता दें कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है जिसके चलते कई नगरीय निकायों में सत्ता परिवर्तन का नजारा देखने को मिल सकता है। इसी कड़ी में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत रिसाली निगम में कांग्रेस पार्टी का महापौर है। वहीं कुछ निर्दलीयों का साथ लेकर कांग्रेस अभी सत्ता में है।
निर्दलीय ही करने लगे हैं लॉबिंग!
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार महापौर शशि सिन्हा पार्षदों को फोन करने लगी है की एकजुट रहें। क्योंकि विधानसभा चुनाव निपटते ही उनके ऊपर अविश्वास प्रस्ताव का खतरा मंडराने लगा है।
वहीं कुछ निर्दलीय पार्षद एक दूसरे को ही फोन कर पूछने लगे हैं मानो उन्हें भाजपा से ग्रीन सिग्नल मिल गया हो। भाजपा के पास अभी मात्र 13 पार्षद हैं ओबीसी महिला दावेदारों के नाम भी सामने आ रहे हैं। कुछ कांग्रेसी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं ऐसा अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है। उनके ऊपर एमआईसी बदलने का भी दबाव है ऐसा बताया जा रहा है।
बहरहाल कांग्रेस खेमे में हलचल भी मची हुई है नई सरकार के शपथ ग्रहण होने तक असमंजस की स्थिति इस नगरीय निकाय में है। कांग्रेसी पार्षद भी इस सत्ता परिवर्तन से उहापोह की स्थिति में है।