गुलाब @ रिसाली
रिसाली नगर निगम में सत्ता का सुख भोगने वालो पर नई-नई आफत और मुसीबत आम हो गई है। फालतू में लोग किसी की भी शिकायत कर देते हैं। जन प्रतिनिधियों की किस्मत फूटी कहें या जनता की! इस निगम क्षेत्र में समझ ही नहीं आता।
कोई पार्षद के व्यवहार से परेशान है तो शहर सरकार में पार्षद कौन है और कौन महापौर यह समझ नहीं आता। सभापति जी की सभा ही नहीं होती। विशिष्ट पौर तो बड़े विशिष्ट हैं।
विपक्ष फालतू का आरोप लगाती रहती है लेकिन इन सबसे ज्यादा जब जनता ही अपने पार्षद पर आरोप लगाने लगे तो समझ जाना चाहिए कि वह दिन दूर नहीं जब आप जनप्रतिनिधि से जनता बन जाए।
ताजा मामला रिसाली निगम के वार्ड 15 माहौरी मरोदा का है जहां पर वार्ड पार्षद और शहर सरकार में मंत्री ईश्वरी साहू अपना घर निर्माण कर रही है जिसमें मोहल्ले में स्थित गली में घर को बढ़ाकर बना रही है जिसके चलते मोहल्ले वासी उनसे निवेदन किए की गली को छोड़कर आप घर बनाएं लेकिन मामला उग्र होता चला गया वीडियो भी वायरल हो गया तो वहीं ईश्वरी साहू लोगों पर भड़कती हुई उस वीडियो में नजर भी आ रही है उंगली मत दिखा नहीं तो उंगली काट दूंगी इस तरीके से उनके व्यवहार है मोहल्ले वाले बताते हैं की चार-पांच लोग का परिवार उस गली में है अगर गली में कब्जा किया जाएगा तो आने-जाने में परेशानी होगी अपने पावर का धौंस दिखाती हुई ईश्वरी साहू वार्ड के लोगों से कहती है की जहां जाना है वहां शिकायत कर दो लेकिन मैं किसी की बात नहीं मानने वाली।
आखिर इतना दुस्साहस या कहें साहस वैसे किसी पार्षद में आ कैसे सकता है अपने गली मोहल्ले के लोगों को मुझे वोट नहीं दिए हो कहती हैं।
मोहल्ले के कुछ महिलाएं कहती है कि अगर वोट नहीं देते तो वह जीतती कैसे, पार्षद बनने के बाद दादागिरी पर उतर आई है छोटे से मामले को बड़ा तूल देकर धमकी दे रही है अगर उन्हें वार्ड का पार्षद हम लोगों ने बनाया है तो आने वाले समय में उसे जनता भी बना सकते हैं। आम आदमी पार्टी के नेता संजीत विश्वकर्मा कहते हैं पार्षद बनकर लोगों की सेवा करना चाहिए उल्टा लोगों को आंख दिखा रही हैं सत्ता का घमंड ना करके लोगों से बातचीत करके मामला को सुलझाना चाहिए लोगों को धमकी चमकी लगा रही है आगे कलेक्टर के पास भी शिकायत की जाएगी। इस मामले में एमआईसी मेंबर ईश्वरी साहू से उनका पक्ष जानने के लिए उनके घर तक धारा न्यूज़ की टीम पहुंची लेकिन वे आग बबूला होकर अपने मोबाइल में फोटो वीडियो बनाने लगी। जिसके चलते उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।
आपको बता दें कि इस मामले में निगम आयुक्त आशीष देवांगन के पास मोहल्ले के लोगों ने हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपा है।