आधा काटने के बाद थोड़ी थक जाने के कारण ग्रामीण उसी पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगा। उसे विश्वास नहीं था कि आधी से अधिक कट चुकी डाली टूट कर गिर सकती है।
अंबिकापुर। थोड़ी सी असावधानी भी मौत का कारण बन सकती है। सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में ऐसी ही एक घटना हुई जिसमें जिस पेड़ की डाली को आधा काटकर ग्रामीण आराम कर रहा था वही पेड़ की डगाल टूटकर ग्रामीण के ऊपर गिर गई। पेड़ की मोटी डाली में दबने से ग्रामीण की मौत हो गई।
मैनपाट के प्रमुख पर्यटन स्थल ग्राम परपटिया के ढोलपखना निवासी सुंदर मझवार (50) नजदीक की बस्ती पनहीपखना में खेत की ओर गया था। खेत के बगल में स्थित एक बड़े साल वृक्ष की मोटी डाली को काटना शुरू कर दिया। पेड़ की डाली काफी मोटी थी। आधा काटने के बाद थोड़ी थक जाने के कारण ग्रामीण उसी पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगा। उसे विश्वास नहीं था कि आधी से अधिक कट चुकी डाली टूट कर गिर सकती है।
वह उसी पेड़ के नीचे छांह में लेट गया। इसी बीच तेज हवा चलने लगी और पेड़ की डगाल टूटकर उसके ऊपर ही गिर गई। सिर में चोट के कारण घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। जब वह घर नहीं लौटा तो स्वजन मौके पर पहुंचे। मृतक का शव पेड़ की डाली के पास ही पड़ी हुई थी।पेड़ में आधा कटे होने का निशान देख वे समझ गए कि घटना थोड़ी सी असावधानी के कारण हुई। तब तक बड़ी संख्या में गांववाले भी पहुंच चुके थे। मैनपाट क्षेत्र में पेड़ो की अवैध कटाई और वनभूमि में कब्जे के लिए जंगल के सफाए की भी शिकायतें सामने आती रहती है।